नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को भारत की वैक्सीन निर्माण क्षमता को ‘विश्व की फार्मेसी’ बताया और कहा कि कोविड-19 की चुनौती से पार पाने में मदद के लिए इस पर भरोसा किया जा सकता है।
विदेश मंत्री का यह बयान संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने भारत की वैक्सीन निर्माण क्षमता को विश्व के लिए सबसे ‘सर्वश्रेष्ठ संपत्ति’ बताया है।
वैश्विक टीकाकरण अभियान में भारत से प्रमुख भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को कहा था कि भारत की वैक्सीन उत्पादन क्षमता विश्व के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ संपत्ति’ है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में विकसित टीकों के उत्पादन की बहुत उच्च क्षमता है। हम इसके लिए भारतीय संस्थानों के संपर्क में हैं।
उम्मीद है कि वैश्विक टीकाकरण अभियान में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए भारत अपनी इन क्षमताओं का इस्तेमाल करेगा।
भारत अब तक अपने पड़ोसी मित्र देशों को कोरोना वैक्सीन की 55 लाख से अधिक खुराक दे चुका है।