गुरुग्राम: गुरुग्राम में उद्योग विहार के फेज -2 की एक बिल्डिंग में 5 महीनों से चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंड़ाफोड मुख्यमंत्री के फ्लाइंग स्क्वॉड की टीम ने शुक्रवार और शनिवार को मध्यरात्रि में किया।
पुलिस ने कहा कि यहां काम कर रहे लोग अमेरिकी नागरिकों को फर्जी चेक दिखा कर उन्हें लोन देने के बहाने ठग रहे थे।
वे उन्हें लोन देने का लालच देकर उनसे ई-चेक, डेबिट और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 100 डॉलर से लेकर 500 डॉलर तक सेवा शुल्क के रूप में पैसे ऐंठते थे।
सरजीत कुमार, कपिल देव पटेल और भूदेव लोहार के रूप में पहचाने गए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके पास से 5 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 1 हार्ड डिस्क और कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए गए हैं।
फर्जी कॉल सेंटर मालिक उस बिल्डिंग के किराए का भुगतान 6 से 7 लाख रुपये महीने देता था।
पुलिस के अनुसार, एक गुप्त सूचना के आधार पर एसीपी इंद्रजीत यादव के नेतृत्व में एक टीम ने कॉल सेंटर पर छापा मारा, जहां उन्होंने 35 लड़कों को काम करते पकड़ा, जो अमेरिकी नागरिकों के साथ संवाद कर रहे थे।
यादव ने कहा, युवाओं को बिना अनुमति प्राप्त कॉल सेंटरों में नियुक्त किया गया था। इसके अलावा सेंटर के पास दूरसंचार विभाग (डीओटी) का भी कोई लाइसेंस नहीं था।
उन्होंने कहा, मामले के संबंध में, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत आईटी अधिनियम सहित एक प्राथमिकी को आगे की जांच के लिए साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है।