रांची: झारखंड में हाईप्रोफाइल लोगों की फेक आईडी बनाकर ठगी का धंधा तेजी से फैलता जा रहा है।
ताजा उदाहरण झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस अनिल चौधरी का है, जहां उनके फेक सोशल मीडिया अकाउंट बनाने के मामले में रांची के डोरंडा थाने में मामला दर्ज करवाया गया है।
इससे पहले भी झारखंड में कई पुलिस अधिकारियों से लेकर नेताओं तक के फेक आईडी बनाकर ठगी के प्रयास के मामले सामने आते रहे हैं।
क्या है मामला
झारखंड हाई कोर्ट के प्रोटोकॉल सेक्शन में कार्यरत चंदन कुमार की ओर से रांची के डोरंडा थाना में मामला दर्ज करवाया गया है।
दर्ज एफआईआर में चंदन कुमार ने बताया कि 14 जनवरी को दिन के करीब 12 बजे उनके फेसबुक अकाउंट पर जस्टिस चौधरी के सोशल मीडिया एकाउंट से फ्रेंड रिक्वेस्ट आया था।
मामले को लेकर चंदन कुमार को आशंका हुई, जिसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जानकारी जस्टिस चौधरी को दी।
जस्टिस चौधरी ने उन्हें बताया कि उन्होंने अपने सोशल अकाउंट से किसी तरह का फ्रेंड रिक्वेस्ट उन्हें नहीं भेजा है।
जांच करने पर यह पता चला कि पूरी प्रोफाइल ही फर्जी है जिसके बाद डोरंडा थाने में मामला दर्ज करवाया गया।
साइबर ठगी का नया तरीका
झारखंड में साइबर अपराध का एक नया ट्रेंड हाल के दिनों में नजर आ रहा है। प्रभावशाली लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट का क्लोन बनाकर साइबर अपराधी उनके दोस्तों से पैसों की ठगी कर रहे हैं।
फिलहाल, जस्टिस चौधरी के सोशल मीडिया अकाउंट को लेकर करवाए गए एफआईआर पर रांची पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की जांच की जा रही है इसमें साइबर टीम को भी काम पर लगाया गया है।