नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार में बीते सप्ताह की गिरावट का असर देखने को मिला। बाजार अमेरिका में मौद्रिक नीति के कड़े होने की संभावना के अलावा बढ़ती महंगाई से चिंतित हैं।
सुबह 9.32 बजे सेंसेक्स 1.1 फीसदी की गिरावट के साथ 56,582 अंक पर था, जबकि निफ्टी 1.1 फीसदी की गिरावट के साथ 16,988 अंक पर था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार, वी.के. विजयकुमार ने कहा, बाजार फेड के बढ़ते तीखे संदेशों से चिंतित हैं जो इस साल फेड द्वारा उम्मीद से अधिक दरों में बढ़ोतरी का संकेत देते हैं।
ऐसी चिंताएं हैं कि आक्रामक मौद्रिक सख्ती अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 2023 में मंदी की ओर धकेल सकती है।
विजयकुमार ने कहा, भारत संभावित वैश्विक बाजार सुधार से अछूता नहीं हो सकता है। लेकिन भारत अपेक्षाकृत लचीला है। भारत में मौद्रिक सख्ती अमेरिका की तुलना में हल्की होगी।
विशेष रूप से, भारत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक या खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में 6.95 प्रतिशत तक बढ़ गई, जो लगातार तीन महीनों तक भारतीय रिजर्व बैंक के 6 प्रतिशत के ऊपरी टोलरेंस बैंड से ऊपर थी।