नई दिल्ली: किसान कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आंदोलनरत किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए राजधानी में मार्च किया।
साथ ही पिछले 102 दिनों में हुई 250 से ज्यादा किसानों की मौत पर सरकार की चुप्पी को लेकर सवाल भी उठाया।
उन्होंने मांग की है कि आंदोलन के दौरान मारे गए सभी किसानों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।
उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी के नेतृत्व में किसान कांग्रेस कार्यकर्ता संसद के पास विजय चौक इलाके में पहुंचे और जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पिछले सितंबर में पारित किए गए तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की।
सोलंकी ने मीडिया से कहा, 3 कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 102 दिनों से बैठे किसानों में से 250 से ज्यादा किसानों ने अपनी जान गंवाई है।
लेकिन सरकार ने उनकी मृत्यु पर एक भी शब्द नहीं बोला है।
सोलंकी ने विरोध के दौरान जान गंवाने वाले हर किसान के परिवार को 1 करोड़ रुपया मुआवजा दिए जाने की भी मांग की।
बता दें कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों किसान कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग लेकर पिछले साल के 26 नवंबर से दिल्ली की कई सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं।
इस दौरान किसानों और सरकार के बीच कई दौर की बातचीत हुई लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है।