नई दिल्ली: राजनीतिक कार्यकर्ता और किसान नेता योगेंद्र यादव ने सोमवार को मनाए गए भारत बंद को सफल बताते हुए कहा कि किसानों ने सरकार के झूठ का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
उन्होंने किसानों और मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, पिछले कुछ महीनों से जनता को यह बताकर प्रचार किया जा रहा था कि यह विरोध कुछ सियासी लोगों द्वारा किया जा रहा है।
पहले उन्होंने कहा कि केवल पंजाब विरोध कर रहा है, उसके बाद हरियाणा को जोड़ा।
फिर कुछ दिन बाद वे मानने लगे कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान के किसान भी प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, हालांकि, वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने तर्क देना शुरू कर दिया कि यह केवल उत्तर भारत में हो रहा है।
अगर यह किसानों की समस्या है तो दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में तीन कानूनों का विरोध क्यों नहीं हो रहा है ?
आज, समूचे देश के किसानों ने उनके सभी सवालों का सही जवाब दिया है।
यादव ने कहा, केरल में सत्तारूढ़ और विपक्षी, दोनों दलों ने इस कदम का समर्थन कर राज्य में बंद को पूरी तरह सफल किया।
तमिलनाडु में सभी बाजार बंद रहे। कर्नाटक में, जो भारतीय जनता पार्टी द्वारा शासित है, कर्नाटक राज्य रायथा संघ के तहत हजारों किसान विधानसभा के सामने धरना पर बैठ गए। राज्य में सभी सार्वजनिक गतिविधियां ठप हो गईं।
उन्होंने कहा, आंध्र प्रदेश में, सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस और विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी दोनों ने भारत बंद का समर्थन किया।
किसानों ने प्रदर्शन किया और तेलंगाना में प्रदर्शन के दौरान कुछ नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
इसी तरह की रिपोर्ट पश्चिम बंगाल, पटना, झारखंड और महाराष्ट्र के जलगांव जैसे आदिवासी क्षेत्रों से सामने आई हैं।
यादव, भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत और अन्य किसान नेताओं के साथ 2020 से तीन नए कृषि कानूनों के विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं।