रांची: इस साल मानसून की बेरुखी के चलते राज्य के किसान (Farmers) काफी परेशानी में हैं।
पर्याप्त बारिश न होने से किसानों की आय (Income) का जरिया ही पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
जिन किसानों ने उधार पैसे लेकर फसल (Crop) बोई थी, उनके सामने तो और ज्यादा परेशानी है।
हालांकि राज्य सरकार ने सूखा प्रभावित किसानों को इससे राहत देने की तैयारी शुरू कर दी है।
ऐसे किसानों को मुआवजा (Compensation) लेने के लिए 30 नवंबर तक आवेदन करने को कहा है।
जिससे उन्हें समय रहते मुआवजा दिया जा सके। इसके लिए किसानों को मात्र एक रुपए का टोकन (Token) लेकर फॉर्म भरने को कहा गया है।
24 में 22 जिले के सूखाग्रस्त 226 प्रखंड
राज्य के 22 जिला के सुखाड़ग्रस्त 226 प्रखंडों के किसान के लिए बेहद अहम सूचना है।
अगर किसान सुखाड़ राहत के लिए 3500 रुपये की सरकारी सहायता राशि पाना चाहते हैं तो उनके लिए अब सिर्फ दो दिन बचे हैं।
इसके लिए वो फौरन अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र (Pragya Kendra) और कॉमन सर्विस सेंटर (Common Service Center) पर तुरंत आवेदन करें या फिर msry.jharkhand.gov पर लॉगिन करके भी राहत राशि पा सकते हैं।
29 दिसंबर को हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार के तीन साल पूरा होने पर राज्य के सुखाड़ग्रस्त 226 प्रखंडों के 30 लाख किसानों को 3500 रुपये की राहत देने की योजना है।
सुखाड़ ग्रस्त घोषित जिले और प्रखंड इस प्रकार हैं
1. बोकारो (Bokaro) जिला के गिरिडीह कसमार, पेटरवार, गोमिया, बेरमो, नावाडीह प्रखंड।
2. चतरा जिला के कान्हा चट्टी, सिमरिया, टंडवा, इटखोरी और मयूरहंज प्रखंड।
3. देवघर जिला के सारवां, सारठ, करौ, देवघर, मोहनपुर, सोनाराय ठाढ़ी, मधुपुर, पालोजोरी, मारगोमुंडा और देवीपुर।
4. धनबाद के गोविंदपुर, टुंडी, तोपचांची, धनबाद, बलियापुर, निरसा, कलियासोल, एगारकुंड, पूर्वी टुंडी और बाघमारा प्रखंड।
5. दुमका के जरमुंडी, दुमका, जामा, मसलिया, रानेश्वर, शिकारीपाड़ा, सरैयाहाट, रामगढ़, काठीकुंड और गोपीकांदर प्रखंड।
6. गढ़वा के मेराल, डंडई, रमना, विशुनपुरा, भवनाथपुर, चिनिया मझिआंव, सगमा, गढ़वा, डंडा रंका, कांडी, धुरकी, बड़कर, नगर उंटारी, रमकंडा, बरडीहा केतार, खरौंधी और भंडरिया प्रखंड।
7. गिरिडीह के गांडेय, बेंगाबाद, जमुआ, धनवार, बगोदर, सरिया, डुमरी, पीरटांड़, गिरिडीह, बिरनी, तीसरी, देवरी एवं गांवा प्रखंड।
8. गोड्डा के गोड्डा, पत्थरगामा, बसंतराय, महागामा, मेहरमा, बारीजोर सुंदर पहाड़ी, पोड़ैयाहाट और ठाकुरगंगती प्रखंड।
9. गुमला के जिला के मॉडरेट (कम सूखाग्रस्त) प्रखंडो में गुमला, पालकोट, चैनपुर, डुमरी, जारी, कामडारा, सिसई, भरनो, बिशुनपुर, घाघरा और रायडीह।
10 हजारीबाग के अति सूखाग्रस्त प्रखंडों में डाडी, बड़कागांव और केरेडारी शामिल है, वहीं हजारीबाग, चुरचू, दारू, इचाक, टाटी झरिया, कटकमसांडी, कटकमदाग, बरही, चौपारण, बरकट्ठा, चलकुशा, पद्मा और विष्णुगढ़ प्रखंड मॉडरेट हैं।
11. जामताड़ा के नारायणपुर ,कर्माटांड़, जामताड़ा, नाला, कुंडहित और फतेहपुर प्रखंड।
12. खूंटी जिला के खूंटी, मुरहू, अड़की, कर्रा, तोरपा और रनिया प्रखंड।
13. कोडरमा के कोडरमा, जयनगर, मरकच्चो, डोमचांच और सतगांवा प्रखंड।
14. लातेहार के महुआटांड़ और गारु प्रखंड में मॉडरेट और हेरहंज, बरियातू, लातेहार, चंदवा, बालूमाथ, मनिका और बरवाडीह प्रखंड कम सूखाग्रस्त।
15. लोहरदगा जिला के लोहरदगा, सेन्हा, भंडरा, कुडू, कैरो, किस्को और पेशरार में प्रखंड।
16. पाकुड़ जिला के पाकुड़िया, पाकुड़, हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा, आमरपाड़ा और महेशपुर प्रखंड।
17. पलामू जिले के मनातू, लेस्लीगंज, पांकी, मेदिनीनगर, तरहसी, विश्रामपुर, नावाबाजार, पांडु, पड़वा, हरिहरगंज, छतरपुर, नवडीहा बाजार, रामगढ़, चैनपुर, उंटारी रोड, पाटन, सतबरवा, हैदरनगर, हुसैनाबाद, मोहम्मदगंज और पिपरा प्रखंड।
18. रामगढ़ के दुलमी, चितरपुर, मांडू, पतरातू और गोला प्रखंड।
19. रांची जिला के मांडर, बेड़ो, इटकी, ओरमांझी, नामकुम, अनगड़ा, सिल्ली, तमाड़, रातू, नगड़ी, बुढ़मू, खलारी, लापुंग, बुंडू, चान्हो और सोनाहातू प्रखंड।
20. साहिबगंज के बरहरवा, साहिबगंज, बोरियो, मंडरो, बरहेट, पाटना, राजमहल, उधवा और तालझारी प्रखंड।
21. सरायकेला खरसावां के सरायकेला, खरसावां, कुचाई, चांडिल, ईचागढ़, कुकडु, राजनगर और गम्हरिया प्रखंड।
22. पश्चिम सिंहभूम जिला के झींकपानी, टोंटों, जगरनाथपुर, नोआमुंडी, मझगांव, कुमारीडूंगी, मंझारी, तान्तनगर, चक्रधरपुर, सोनुवा, गोईलकेला, मनोहरपुर, बंदगांव, हाटगम्हरिया, गुदरी चाईबासा, खूंटपानी और आनंदपुर प्रखंड।