रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि झारखंड आंदोलन बेचने वाले झामुमो, कांग्रेस और राजद झारखंड के किसानों की हितैषी नहीं हो सकती।
पूर्वर्ती सरकार की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत एक एकड़ पर पांच हजार और पांच एकड़ पर पच्चीस हजार की योजना बंद कर किसानों के पीठ पर खंजर भोकने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि किसानों की हमदर्द तब यह सरकार होगी जबकि वे पूर्वर्ती सरकार के योजनाओं को शुरू करें व दो लाख तक कृषि ऋण की माफी का वादा, कृषि कार्य हेतु मुफ्त बिजली, सहित घोषणा पत्र को लागू करे।
उन्होंने कहा कि देश में झारखंड ही एक ऐसा राज्य है जहाँ यूरिया खाद की कालाबाजारी हुई।
महाठगबंधन की सरकार में किसानों की हाल यह है कि 11 सौ से 12 सौ रुपये में बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हैं।
उन्होंने हेमंत सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना काल में 270 करोड रुपए व जिलों में लोक कल्याणकारी कार्य के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिए गए पैसे का सदुपयोग तक नहीं कर पाई और न ही अबतक यूटिलिटी सर्टिफिकेट दे पाई है।
केवल केंद्र सरकार पर आरोप प्रत्यारोप कर कांग्रेस, झामुमो और राजद अपनी विफलता को छुपाने का कार्य कर रही है।
कांग्रेस के किसान मार्च से किसान नदारद रहे। नेतागण फ़ोटो खिंचवाने के लिए राजभवन मार्च कर रहे हैं।
किसानों को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखलाकर सत्ता में आई कांग्रेस झामुमो और राजद से किसान ठगा हुआ महसूस कर रही है।