चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले में यूरिया की कालाबाजारी से वहां के किसान परेशान हो रहे हैं। दुकानदार मनमानी कर रहे हैं। यह तो अन्याय है कि यूरिया के प्रति बुरे की कीमत का प्रिंट रेट 266 रुपए 50 पैसे है, जबकि किसानों से 420 रुपए तक वसूले जा रहे हैं।
इस सच्चाई का खुलासा तब हुआ, जब रविवार को जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा ने एक खाद विक्रेता दुकान का औचक निरीक्षण किया।
जिला प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
जिप सदस्य ने कहा कि जिले में गरीब किसानों को लूटा जा रहा है। लेकिन, जिला प्रशासन इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि प्रशासन की निगरानी सही होगी तो इस तरह की कालाबाजारी को रोका जा सकता है।
मालूम हो कि इस मामले की शिकायत कई बार जिला कृषि कार्यालय के पास गई है, लेकिन इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
खुदरा विक्रेताओं ने डाली सप्लायर पर जिम्मेदारी
खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि चाईबासा का अभिषेक भारती यूरिया खाद का सप्लायर है। उसके द्वारा ही अधिक रेट पर यूरिया की सप्लाई की जाती है। इसके कारण मजबूरन खुदरा विक्रेताओं को अपने दुकान से किसानों को अधिक दाम पर यूरिया बेचना पड़ रहा है।
जिला परिषद सदस्य ने कहा कि अभिषेक भारती के खिलाफ जांच की मांग की है। इस मामले में जिला कृषि पदाधिकारी कालीपद महतो ने कहा कि यूरिया खाद की यदि कालाबाजारी हो रही है तो इसकी जांच की जानी चाहिए। प्रिंट रेट से ज्यादा पैसे वसूलना गलत है।ज्ञइसकी जांच की जाएगी।