Fast Track Court: फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) का फास्ट एक्शन। माफिया अतीक अहमद (Ateek Ahmed) और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में काल्विन अस्पताल में मेडिकल कराने के लिए ले जाने के दौरान 15 अप्रैल 2023 को गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी गई थी।
मौके पर ही पुलिस ने आरोपितों को पकड़ लिया था। फास्ट ट्रैक कोर्ट में हुई सुनवाई में हत्यारोपियों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश किया गया।
कोर्ट ने तीनों शूटर्स पर चार्ज फ्रेम करते हुए चार्ज पर हस्ताक्षर कराए जाने के लिए कागजात जेल भेज दिया है। मामले की अगली सुनवाई दो मई को होगी।
चार्ज पर हस्ताक्षर कराए जाने के लिए जेल भेज दिए गए संबंधित कागजात
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ शूटआउट केस की सुनवाई फास्ट्र ट्रैक कोर्ट के जज दिनेश कुमार गौतम कर रहे हैं। Fast Track Court में शूट आउट के आरोपित लवलेश तिवारी, सनी सिंह उर्फ मोहित सिंह और अरुण मौर्य को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। इस दौरान फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उनके विरुद्ध आरोप तय कर दिए।
जिसके बाद हस्ताक्षर के लिए कागजात जेल अधीक्षक को प्रेषित किया गया है। तीनों शूटर्स फिलहाल Chitrakoot Jail में बंद हैं। उन्हें 18 नवंबर 2023 को प्रतापगढ़ जिला जेल से चित्रकूट जेल शिफ्ट किया गया है।
शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के खिलाफ 13 जुलाई 2023 को चार्जशीट दाखिल हुई थी। CJM दिनेश गौतम ने चार्ज शीट का संज्ञान लेकर मुकदमे को परीक्षण के लिए जिजा जज के पास भेज दिया था।
शूटर्स के खिलाफ IPC की धारा 302, 307, 120बी, 419, 420, 467, 468 व Arms Act में चार्ज शीट दाखिल की गई थी। जिला जज कोर्ट में कई तारीखों पर सुनवाई के बाद यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय के न्यायालय में अंतरित कर दिया गया।
सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी मृत्युंजय त्रिपाठी ने बताया है कि तीनों शूटर्स पर आरोप तय कर दिए गए हैं। आरोप पर हस्ताक्षर के लिए जेल Superintendent को न्यायालय द्वारा भेजा दिया गया है।