नई दिल्ली: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने कहा है कि देश में टोल प्लाजा पर डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए लाया गया फास्टैग पेमेंट का इस्तेमाल देश भर में 23.2 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
एनएचएआई ने शनिवार को एक ट्वीट करते हुए बताया कि कुल लेनदेन की संख्या 63 लाख को पार कर गई है।
इसके साथ-साथ यह भी कहा कि फास्टैग के जरिए टोल संग्रह 102 करोड़ प्रति दिन पहुंच गया है।
एनएचएआई ने कहा 1 मार्च तक सभी टोल प्लाजा पर फ्री में फास्टैग लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट टोल प्लाजा पर शत-प्रतिशत फास्टैग सिस्टम लागू कर चुकी है।
अब अगर आप बिना फास्टैग के टोल प्लाजे से गुजरते हैं तो आपको डबल टोल देना होगा।
बता दें कि फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल भुगतान प्रणाली है जिसे 16 फरवरी से पूरे देश के राष्ट्रीय राजमार्गों पर लागू कर दिया गया है।
दरअसल गाड़ियों पर एक टैग लगाया जाता है जिसमें एक कोड और जब गाड़िया टोल प्लाजा से गुजरती है तो वहां पर लगा सेंसर उसको स्कैन कर लेता है और बिना देर किए गाड़ियां आगे बढ़ जाती हैं।
एनएचएआई ने कहा कि इसके लागू होने के पांच दिनों में, राष्ट्रीय राजमार्गों पर 100 प्रतिशत कैशलेस टोलिंग की व्यवस्था को लेकर यात्रियों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई है।
सरकारी निकाय ने कहा कि वो फास्टैग में बैलेंस चेक करने के लिए स्टेटट नामक एक नई सुविधा भी जोड़ी है।
जिससे गुगल प्ले या फिर ऐपल के ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। जिसमें कलर कोड के जरिए वाहन मालिक फास्टैग स्टेट चेक कर सकते हैं।