Save Constitution Morcha in Palamu: संविधान बचाओ मोर्चा के तत्वावधान में राजा मेदिनीराय (Raja Medinirai) एवं नीलाम्बर-पीताम्बर की प्रतिमा समाहरणालय (Collectorate) में लगाने की मांग को लेकर शनिवार को जमकर प्रदर्शन किया गया और कई घंटे तक समाहरणालय गेट को जाम रखा गया।
प्रदर्शन में पलामू प्रमंडल के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। समाहरणालय में धरना देने से पहले मोर्चा के बैनर तले अंबेडकर पार्क से रैली निकाली गयी और मुख्य मार्गोंं से होते हुए समाहरणालय पहुंचा गया।
12 दिसंबर से जिला परिषद कार्यालय के सामने धरना
बता दें कि राजा मेदिनीराय एवं नीलाम्बर-पीताम्बर की प्रतिमा समाहरणालय में लगाने की मांग को लेकर संविधान बचाओ मोर्चा के बैनर तले 12 दिसंबर से जिला परिषद कार्यालय (Zilla Parishad Office) के सामने धरना दिया जा रहा है।
बावजूद मांगों पर कोई पहल नहीं होने के कारण मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय धोबी महासभा, पिछड़ा वर्ग महासंघ, समाजिक न्याय परिषद, अखिल भारतीय आदिवासी महासभा, भीम आर्मी, हूल झारखंड क्रांति दल, जनसंग्राम मोर्चा, मूल निवासी संघ, अखिल भारतीय किसान महासभा, झारखंड क्रांति मंच, कुम्हार समन्वय समिति, अंबेडकर चेतना परिषद के बैनर तले प्रदर्शन किया गया।
प्रतिमा को अवैध बताकर तोड़ा जाना मनमानी
अध्यक्षता एवं संचालन समाजिक न्याय परिषद के अध्यक्ष डा. रवि पाल (Dr. Ravi Pal) ने किया। उन्होंने कहा कि राजा मेदिनीराय व शहीद नीलाम्बर-पीताम्बर की प्रतिमा समाहरणालय पार्क में लगाई जाए। 20 जनवरी तक प्रतिमा नहीं लगने की स्थिति में मोर्चा प्रतिमा लगाने के लिए स्वतंत्र होगा। मोर्चा के घटक संगठन के लोग नए साल नहीं मनायेंगे व एक जनवरी को धरना स्थल पर उपवास (Fasting) रहेंगे।
मौके पर पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा ने कहा कि यह बिडंबना है कि जिस महापुरूष के नाम पर मेदिनीनगर का नाम रखा गया है, उसकी प्रतिमा लगाने के लिए लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
स्थापना दिवस के दिन लगायी गयी प्रतिमा रात के अंधेरे में साजिश के तहत तोड़ी गयी। प्रतिमा लगाने का कार्य लंबे समय से चल रहा था और इससे प्रशासनिक महकमा वाकिफ था। बावजूद स्थापित जगह से प्रतिमा को अवैध बताकर तोड़ा जाना मनमानी को दर्शाता है।