पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, राज्यसभा सांसद डॉ. मीसा भारती और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा समेत कुल छह लोगों के खिलाफ करोड़ों की रकम लेकर पार्टी का टिकट नहीं देने का मामला बुधवार को दर्ज कर लिया गया है।
पटना के कोतवाली थाना में अदालत के आदेश पर यह मामला दर्ज किया गया है।
यह पूरा मामला पिछले लोकसभा चुनाव में पांच करोड़ रुपये लेकर टिकट नहीं देने से जुड़ा हुआ है।
तेजस्वी यादव और मीसा भारती समेत जिन अन्य नेताओं के खिलाफ केस दर्ज हुआ है, उनमें बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर, कांग्रेस के दिवंगत नेता सदानंद सिंह के बेटे सुभानंद मुकेश शामिल हैं।
इन सभी लोगों के खिलाफ आरोप है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इन लोगों ने कांग्रेस नेता और वकील संजीव कुमार सिंह से पांच करोड़ रुपये लिए थे और भागलपुर लोकसभा क्षेत्र का टिकट देने का वादा किया था लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।
इस पूरे मामले में विगत 18 अगस्त को संजीव कुमार सिंह ने पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम कोर्ट) की अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में संजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया था कि 15 जनवरी, 2019 को भागलपुर से टिकट मिलने के आश्वासन पर उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव और मीसा भारती, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, दिवंगत कांग्रेस नेता सदानंद सिंह के बेटे सुभानंद मुकेश और कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर को पांच करोड़ रुपये दिए लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।
शिकायत में संजीव कुमार सिंह ने यह भी कहा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बाद उन्हें इस बात का आश्वासन दिया गया था कि वर्ष 2020 विधानसभा चुनाव में उन्हें महागठबंधन से टिकट मिलेगा लेकिन उन्हें विधानसभा चुनाव में भी टिकट नहीं मिला।
इस पूरे मामले में सीजेएम विजय किशोर सिंह ने 16 सितंबर को पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा को आदेश जारी किया था कि सभी आरोपितों के खिलाफ कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो।