नई दिल्ली: किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान मंगलवार को लालकिले पर हुए उपद्रव की पूरी कहानी कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में बयां की गई है।
उक्त एफआईआर एसएचओ ऋतुराज की शिकायत पर दर्ज की गई है। एफआईआर में बताया गया है कि किस तरह रैली में शामिल लोगों को पुलिस रोकने का प्रयास करती रही और वह उन पर लगातार हमले करते रहे। इस एफआईआर में 141 लोगों के घायल होने की जानकारी भी दी गई है।
एफआईआर में कोतवाली एसएचओ ऋतुराज ने शिकायत दर्ज कराई कि गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस की तरफ से जगह-जगह सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। लालकिले के चारों तरफ 14 सेक्टर और 5 जोन बनाए गए थे। प्रत्येक सेक्टर में इंचार्ज इंस्पेक्टर और जोनल इंचार्ज एसीपी को बनाया गया था।
दिल्ली पुलिस के अलावा यहां पर अतिरिक्त पुलिस बल को भी तैनात किया गया था। सुबह 7.30 बजे से यहां पर पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात थे।
उन्हें इस बात की जानकारी थी कि गणतंत्र दिवस के मौके पर किसान ट्रैक्टर रैली निकालेंगे जिसमें हजारों ट्रैक्टर शामिल होंगे।
एफआईआर में कहा गया है कि किसानों की तरफ से धमकी भी दी गई थी कि वह दिल्ली के अंदर आएंगे।
पुलिस की तरफ से उन्हें तीन रूट रैली के लिए दिए गए थे जिसे उन्होंने अगले दिन मानने से इनकार कर दिया। इनमें किसी भी रूट पर कोतवाली का इलाका शामिल नहीं था।
पूर्वाह्न करीब 11.30 बजे परेड में शामिल झांकियां लालकिले पर पहुंचनी शुरू हो गई थीं। दोपहर 12 बजे उन्हें सूचना मिली कि ट्रैक्टरों की भीड़ राजघाट पहुंच गई है। पुलिसकर्मियों ने निषाद राज मार्ग पर बैरिकेड लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की।
12.15 बजे राजघाट की तरफ से शांतिवन रेड लाइट पर किसान पहुंचे और लालकिले की तरफ जाने के लिए नारेबाजी करने लगे। पुलिस की तरफ से उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा गया, लेकिन निषाद राज मार्ग पर ट्रैक्टर से बैरिकेड तोड़कर वह आगे बढ़ गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश की।
समझाने पर हुए उग्र
ट्रैक्टर रैली में शामिल लोग सभी बैरिकेड तोड़ते हुए सुभाष मार्ग टी-पॉइंट पर आ गए और यहां बैरिकेड को टक्कर मारकर तोड़ दिया।
लालकिला चौक पर आकर उपद्रवी ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल पर हुड़दंग कर रहे थे।
एसीपी कोतवाली और अन्य अधिकारी लालकिले पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। उसी दौरान सुभाष मार्ग पर लगे बैरिकेड तोड़ते हुए कुछ अन्य प्रदर्शनकारी भी वहां आ पहुंचे।
पुलिस के समझाने के बावजूद उन्होंने जबरन लालकिले के अंदर प्रवेश किया। लालकिले के ऊपर चढ़ गए और जबरदस्ती झंडे फहराए। प्रदर्शनकारियों के पास तलवार थे जिन्हें वह लहराते हुए नारेबाजी कर रहे थे।
उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझा कर रोकने की कोशिश की। इस दौरान कुछ जगह पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया। उन्होंने कई पुलिसकर्मियों को वहां पिटाई करने के बाद गड्ढे में धकेल दिया। वह आंसू गैस की बंदूक, स्टिक और काफी सामान लूटकर ले गए।
इसी दौरान सिपाही भवानी सिंह के साथ में मारपीट कर उसका हथियार लूटने की कोशिश की लेकिन उसे बचा लिया गया।
गंभीर धाराओं में हुआ है केस दर्ज
एसएचओ ने एफआईआर में बताया है कि इस घटना में 141 पुलिसकर्मी एवं सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं। 141 घायलों की एमएलसी का भी जिक्र इसमें किया गया है।
यहां आए कई ट्रैक्टरों के नंबर भी एफआईआर में लिखे गए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए यहां पर लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास, दंगा आदि सेक्शन के तहत एफआईआर दर्ज की गई हैं।