बीजिंग: चीनी राष्ट्रीय स्पीड स्केटिंग ओवल में बर्फ बनाने का प्रथम परीक्षण सफलता रूप से पूरा हुआ।
इस ओवल में स्पीड स्केटिंग के रेस ट्रैक को सफलतापूर्वक बनाया गया है, जहां पूरी दुनिया में पर्यावरण के अनुकूल बर्फ बनाने की सबसे उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाता है।
पेइचिंग के प्रमुख परियोजनाओं के निर्माण मुख्यालय ने 22 जनवरी को इस बात की पुष्टि की।
चीनी राष्ट्रीय स्पीड स्केटिंग ओवल 2022 पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक का प्रतिष्ठित खेल स्थल और एकमात्र नव निर्मित आइस प्रतियोगिता स्थल है।
वर्ष 2021 के आरंभ में इस ओवल में बर्फ बनाने का प्रथम परीक्षण शुरू हुआ।
बर्फ ट्रैक की गुणवत्ता के शीतकालीन ओलंपिक के मानकों के अनुकूल होने की गारंटी करने के लिये बर्फ बनाने की प्रक्रिया को देश और विदेश के बर्फ निमार्ताओं के संयुक्त प्रयास से सफलतापूर्वक पूरा किया गया था।
यह दुनिया का पहला शीतकालीन ओलंपिक स्थल है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड ट्रांसक्रिटिकल डायरेक्ट कूलिंग आइस-मेकिंग तकनीक का उपयोग किया गया है और यह एशिया में 12,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में सबसे बड़ी बर्फ की सतह का उत्पादन करेगा।
कंक्रीट बर्फ बोर्ड के विमान की ऊंचाई का अंतर लगभग 4 मिमी है, जबकि बर्फ की सतह पर तापमान का अंतर 0.5 डिग्री से कम है।
यह बात एथलीटों के बेहतरीन खेल परिणाम प्राप्त करने के लिये बहुत फायदेमंद है।
इस ओवल में बर्फ की सतह का क्षेत्रफल 12 हजार वर्ग मीटर पहुंचा है।
इस बर्फ दुनिया में कार्बन डाइऑक्साइड ट्रांसक्रिटिकल डायरेक्ट कूलिंग बर्फ बनाने की तकनीक का उपयोग करने वाला सबसे बड़ा बहुक्रियाशील पूर्ण बर्फ की सतह बना है।
पूरी दुनिया में चीनी राष्ट्रीय स्पीड स्केटिंग ओवल प्रथम शीतकालीन ओलंपिक स्थल बना है, जो कार्बन डाइऑक्साइड ट्रांसक्रिटिकल डायरेक्ट कूलिंग बर्फ बनाने की तकनीक का उपयोग करता है।
वर्तमान तक यह तकनीक पूरी दुनिया में पर्यावरण के अनुकूल बर्फ बनाने की सबसे उन्नत तकनीक है।
इस तकनीक का उपयोग के जरिये बर्फ बनाने की कार्बन उत्सर्जन लगभग शून्य है। इसीलिये बर्फ बनाने की दक्षता में बड़ी वृद्धि होती है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)