नई दिल्ली: भारतीय रेलवे की पहली ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ ट्रेन शनिवार को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) से भरे चार टैंकरों के साथ अपने अंतिम गंतव्य नासिक स्टेशन पर पहुंच गई।
यह ट्रेन सात टैंकरों को लेकर गत गुरुवार को रात 10 बजे विशाखापट्टनम से महाराष्ट्र के लिए रवाना हुई थी।
शुक्रवार को शाम 8:10 बजे यह नागपुर स्टेशन पर रुकी थी, जहां तीन ऑक्सीजन के टैंकरों को उतारा गया था। ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ के प्रत्येक टैंकर में 15 टन ऑक्सीजन होती है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “विशाखापट्टनम से तरल मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों से भरी ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ ट्रेन नासिक पहुंच गई है।
मरीजों को अतिरिक्त ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए 4 ऑक्सीजन टैंकर अनलोड किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे कठिन समय के दौरान भी देश सेवा जारी रखे है।”
उल्लेखनीय है कि ट्रेनों के माध्यम से ऑक्सीजन की ढुलाई लंबी दूरियों पर सड़क परिवहन की तुलना में तेज है। ट्रेनें एक दिन में 24 घंटे तक चल सकती हैं, लेकिन ट्रक के चालकों को आराम आदि की जरूरत होती है।
रेल मंत्रालय के अनुसार, टैंकरों की लोडिंग व अनलोडिंग को आसान बनाने के लिए एक रैम्प की जरूरत होती है।
कुछ स्थानों पर रोड ओवर ब्रिज्स (आरओबी) और ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) की ऊंचाई की सीमाओं के कारण, रोड टैंकर का 3320 मिमी ऊंचाई वाला टी 1618 मॉडल 1290 मिमी ऊंचे फ्लैट वैगनों पर रखे जाने के लिए व्यवहार्य पाया गया था।
रेलवे ने बीते साल लॉकडाउन के दौरान भी आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की और आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखा तथा आपात स्थिति में राष्ट्र की सेवा जारी रखी थी।