नई दिल्ली : विश्व की सबसे बड़ी इकोनॉमी अमेरिका (America) को क्रेडिट एजेंसी फिच (Credit Agency Fitch) की ओर से तगड़ा झटका लगा है।
फिच ने US की क्रेडिट रेटिंग (Credit Rating) को AAA से कम करके AA प्लस कर दिया है। गौरतलब है अमेरिका पर कर्ज की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है और दो महीने पहले देश में बड़ा कर्ज संकट देखने को मिला था।
इसके बाद क्रेडिट रेटिंग ने इकोनॉमी (Economy) के हालात को देखकर रेटिंग कम करने का फैसला किया है। फिच विश्व की तीन बड़ी स्वतंत्र एजेंसियों में से एक है जो अलग-अलग देशों की वित्तीय हालात को देखकर उन्हें रेटिंग देने का काम करती है।
अमेरिकी सरकार पर कर्ज का दबाव
मई में अमेरिकी सरकार पर कर्ज का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ गया था। इसके बाद कर्ज की सीमा को बढ़ाने के लिए बाइडन सरकार (Biden Government) और रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) के बीच भारी खींचतान हुई थी।
मगर बाद में दोनों पार्टियों के बीच समझौते के बाद देश की कर्ज सीमा को बढ़ाकर 31.4 ट्रिलियन डॉलर कर दिया गया था।
इस राजनीतिक अस्थिरता और गतिरोध के कारण अमेरिका पहली बार डिफॉल्ट होने की कगार पर पहुंचा था। इसके बाद अमेरिकी सरकार में पैसे लगाने वालों के बीच नकारात्मक असर पड़ा है। इसका असर फिच की Credit Rating पर भी दिखा रहा है।
एसेंजी ने रेटिंग देते वक्त की है मनमानी
Fitch की क्रेडिट रेटिंग में कटौती के बाद व्हाइट हाउस (White House) ने इसपर अपनी असहमति जताकर कहा है कि एसेंजी ने रेटिंग देते वक्त मनमानी की है।
वित्त मंत्री जेनेट येलेन (Janet Yellen) ने कहा कि एजेंसी ने पुराने डेटा को देखकर अपनी रेटिंग का निर्धारण किया है जो कि गलत है।
ध्यान देने वाली बात ये है कि साल 2011 में एक रेटिंग एजेंसी ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को कम करके एएप्लस कर दिया था। गौरतलब है कि निवेश के लिहाज विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका सबसे सुरक्षित माना जाता है।