न्यूज़ अरोमा रांची: रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र स्थित राजभवन के समीप प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के नाम पर पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने के मामले में पुलिस ने टीएसपीसी के पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है।
इनमें सुनील उरांव (34), कालीचरण मुंडा (28), देवानंद मुंडा (25), रोशन मुंडा (22) और राहुल मुंडा (19) शामिल हैं। इनके पास से बोलेरो, मोटरसाइकिल और बैनर पोस्टर बरामद किया गया हैं। सभी टीएसपीसी के लिए काम करते थे।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि टीएसपीसी उग्रवादी संगठन की ओर से रांची जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में बैनर पोस्टर लगाया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी एसपी सौरभ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी शाखा के सहयोग के आधार पर मामले में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में यह बात प्रकाश में आई थी गिरफ्तार लोगों ने मोटरसाइकिल और बोलेरो से घूम-घूम कर गोंदा, पिठौरिया, मांडर, रातू सुखदेव नगर और पंडरा में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के बैनर पोस्टर को लगाया था।
मामले में अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। गिरफ्तार अपराधियों ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
इनके स्वीकृति बयान के आधार पर पिठौरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कतारिया बाड़ा सुरबाख से काफी संख्या में उग्रवादी बैनर पोस्टर की बरामदगी की गई।
गिरफ्तार अपराधी सुनील उरांव पूर्व में टीपीसी के आर्म्स दस्ता का सक्रिय सदस्य रह चुका है। वह जेल भी जा चुका है। अपराधी कालीचरण मुंडा भी हत्या के कांड में एक वर्ष तक जेल में रह चुका है।
एसएसपी ने बताया कि किशुन जी एरिया कमांडर के निर्देश पर यह काम किया गया है। सुनील और कालीचरण उग्रवादी संगठन से जुड़े हुए हैं। कुछ दिन पहले इन लोगों ने बच्चों को भी काम दिया था।
एसएसपी ने बताया की उग्रवादी संगठन ने अपना खोया हुआ वर्चस्व कायम करने के लिए शहर में पोस्टर लगाया था।
लेकिन रांची पुलिस ने पोस्टर लगाने वाले लोगों को दबोच लिया है और पूछताछ में और कई जानकारी मिली हैं, जिस पर रांची पुलिस काम कर रही है।
एसएसपी ने बताया कि छापेमारी टीम में कोतवाली डीएसपी मुकेश कुमार लुनायत, साइबर सेल डीएसपी यशोधारा, खलारी डीएसपी मनोज कुमार, सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी सहित तकनीकी शाखा और अन्य सशस्त्र बल शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को टीएसपीसी की ओर से राजभवन की दीवार से सटे देवकमल अस्पताल की दीवार पर पोस्टर साटा गया था। पोस्टर में टीएसपीसी उग्रवादियो ने पुलिस, प्रशासन, एनआईए के खिलाफ बयानबाजी की थी। पोस्टर में उत्तरी, दक्षिणी छोटानागपुर, जोनल कमेटी लिखा गया था।
इतना ही नहीं कोयला कंपनियों से 16 दिसंबर तक कोयले की कटाई और ढुलाई को बंद करने के लिए कहा गया था। नहीं करने पर उनके खिलाफ फौजी कार्रवाई करने की बात कही गई थी।
पोस्टरबाजी में लिखा था कि सामंतवाद, सामान्यवाद, पूंजीवाद मुर्दाबाद मार्क्सवाद, लेनिनवाद, माओ विचारधारा जिंदाबाद, दमन, बलात्कारी हत्या के खिलाफ में व्यापक जनता गरज उठे।
नक्सली जांच के नाम पर एनआईए के ओर से विस्थापित प्रभावित निर्दोष आम जनता को मारपीट फर्जी मुकदमा करना बंद करें।
एनआईए और पुलिस प्रशासन के दलाल दलाली करना बंद करें। सीसीएल, एनटीपीसी के अधिकारी विस्थापित प्रभावित आम जनता को धौंस, धमकी, मारपीट, गाली- गलौज करना बंद करें। आम जनता की अपनी हक अधिकार जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने वाली शिखंडी सरकार के खिलाफ मजदूर किसान एकजुट हो।
झारखंड राज्य अंतर्गत सीसीएल , बीसीसीएल, एनटीपीसी की ओर से अतिक्रमण और उत्खनन कर खेती योग्य जमीन को पहाड़ और बंजर बनाना बंद करें।