Mecon Flyover Project: रांची के सिरमटोली-मेकन फ्लाइओवर प्रोजेक्ट के रैंप निर्माण का काम शनिवार, 26 अप्रैल 2025 को भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तेजी से जारी रहा। रात-दिन चल रहे इस निर्माण को 3-4 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य है।
सिरमटोली चौक के पास बैरिकेडिंग की गई है, और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी दिनभर निर्माण स्थल का निरीक्षण करते रहे।
एलएंडटी कंपनी और इंजीनियरों की टीम भी पूरे समय मौजूद रही। रांची जिला प्रशासन और पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है।
यहां समझें क्या हुआ काम
सिरमटोली रैंप : सिरमटोली चौक के पास रैंप निर्माण तेजी से चल रहा है। इसे 29-30 अप्रैल 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
नेपाल हाउस रैंप : इस ओर के रैंप में बिटुमिनस कंक्रीट (BC) का काम अंतिम चरण में है।
मेकन चौक रैंप : सभी प्रमुख कार्य पूरे हो चुके हैं, और अंतिम फिनिशिंग का काम एक सप्ताह के भीतर पूरा होने की उम्मीद है।
साउंड बैरियर : फ्लाइओवर पर अधिकांश जगहों पर साउंड बैरियर लगा दिए गए हैं। पटेल चौक से सिरमटोली सरना स्थल तक कुछ हिस्सों में यह काम बाकी है।
रांची के डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि सिरमटोली और रातू रोड फ्लाइओवर का काम अंतिम चरण में है, और दोनों फ्लाइओवर जल्द ही उद्घाटन के लिए तैयार होंगे।
पूरे प्रोजेक्ट को 15 मई 2025 से पहले चालू करने का लक्ष्य है, जिससे रांची में ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
2.34 KM लंबा चार-लेन फ्लाइओवर
सिरमटोली-मेकन फ्लाइओवर 2.34 KM लंबा चार-लेन फ्लाइओवर है, जिसकी अनुमानित लागत 340 करोड़ रुपये है। इसका निर्माण अगस्त 2022 में शुरू हुआ था, और यह रांची के मुख्य रोड ओवरब्रिज और सुजाता चौक पर ट्रैफिक को कम करने के लिए बनाया जा रहा है।
फ्लाइओवर में दो केबल-स्टे ब्रिज शामिल हैं, जो रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरते हैं। 80% से अधिक काम पूरा हो चुका है, और रेलवे ने 238 घंटे का ब्लॉक प्रदान किया है, जिसके तहत केबल-स्टे ब्रिज का निर्माण तेजी से हो रहा है।
सिरमटोली रैंप विवाद
सिरमटोली फ्लाइओवर के रैंप निर्माण का आदिवासी संगठनों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है, क्योंकि यह रैंप सिरमटोली के केंद्रीय सरना स्थल के पास बन रहा है। आदिवासी समुदाय का दावा है कि रैंप सरना स्थल तक पहुंच को बाधित करता है और धार्मिक व सांस्कृतिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।
मार्च 2025 में इस मुद्दे पर रांची बंद का आह्वान किया गया था, और सरहुल उत्सव से पहले रैंप का एक हिस्सा तोड़ा गया था।
25 अप्रैल 2025 को रैंप निर्माण फिर से शुरू होने पर आदिवासी संगठनों ने विरोध जताया, और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने 4 अप्रैल को उनकी शिकायत पर जांच का आदेश दिया था, लेकिन प्रशासन ने बिना सहमति के निर्माण शुरू कर दिया।
रांची के विधायक सीपी सिंह ने विरोध स्थल का दौरा किया और घोषणा की कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यूरोप दौरे से लौटने के बाद समुदाय के साथ बैठक करेंगे।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और भाजपा (BJP) ने इस मुद्दे पर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। JMM ने BJP पर आदिवासियों को भड़काने का आरोप लगाया, जबकि BJP ने सरकार पर धार्मिक भावनाओं को नजरअंदाज करने का इल्जाम लगाया।