अनुच्छेद 370 को हटाने जितना आसान नहीं UCC लागू करना, गुलाम नबी आजाद ने…

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नई दिल्ली: पूर्व CM गुलाम नबी आजाद (CM Ghulam Nabi Azad) ने केंद्र सरकार से प्रदेश में जल्द विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) करवाने की वकालत की। उन्होंने पिछले साल सितंबर में अपनी नई पार्टी DPAP का गठन किया था।

प्रदेश में 2018 में विधानसभा भंग (Assembly Dissolved) कर दी गई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू करना अनुच्छेद 370 को रद्द करने जितना आसान नहीं होगा।

शनिवार को UCC लागू करने को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) को आगाह करते हुए कहा कि इसका असर सभी धर्मों पर पड़ेगा। उन्होंने श्रीनगर में कहा कि इसे लागू करने का कोई सवाल ही नहीं है।

अनुच्छेद 370 को हटाने जितना आसान नहीं UCC लागू करना, गुलाम नबी आजाद ने…-Implementing UCC is not as easy as removing Article 370, Ghulam Nabi Azad…

इसमें सभी धर्म शामिल

अनुच्छेद 370 को रद्द करना उतना आसान नहीं है। सभी धर्म इसमें शामिल हैं। न केवल मुस्लिम, बल्कि ईसाई और सिख, आदिवासी, जैन, पारसी (Parsiya) भी इससे प्रभावित होंगे।

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डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (Democratic Progressive Azad Party) के अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी सरकार के लिए अच्छा नहीं होगा।

मैं सरकार को सुझाव देता हूं, वह यह कदम उठाने के बारे में सोचे भी नहीं

इसलिए मैं सरकार को सुझाव देता हूं कि वह यह कदम उठाने के बारे में सोचे भी नहीं। DPAP अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन (Jammu and Kashmir Administration) के भूमिहीनों को सरकारी जमीन देने वाली नीति की घोषणा का स्वागत किया।

इसके साथ ही मांग रखी है कि जमीन बाहरी लोगों को नहीं बल्कि केंद्र शासित प्रदेश के गरीब निवासियों (Poor Residents) को दी जाए।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्होंने कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक से अधिक पुराने संबंध को समाप्त करने के बाद पिछले साल सितंबर में DPAP का गठन किया था ने केंद्र शासित प्रदेश में शीघ्र विधानसभा चुनाव (Early Assembly Elections) की वकालत की। कहा कि 2018 में विधानसभा भंग कर दी गई थी।

तब से हम चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के लोग राज्य में लोकतांत्रिक व्यवस्था (Democratic system) की बहाली का इंतजार कर रहे हैं।

जब लोग अपने प्रतिनिधियों को चुनेंगे, तो वे विधायक बनेंगे और सरकार बनाएंगे। लोकतंत्र में केवल निर्वाचित प्रतिनिधि ही लोगों के लिए काम कर सकते हैं।

अनुच्छेद 370 को हटाने जितना आसान नहीं UCC लागू करना, गुलाम नबी आजाद ने…-Implementing UCC is not as easy as removing Article 370, Ghulam Nabi Azad…

निर्वाचित प्रतिनिधियों का होना महत्वपूर्ण

अधिकारी इसे यहां या देश में कहीं भी छह महीने से अधिक समय तक नहीं चला सकते। निर्वाचित प्रतिनिधियों (Elected Representatives) का होना महत्वपूर्ण है। हम लगातार यह मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं।

महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के घटनाक्रम पर आजाद ने कहा कि मेरे मन में (शरद) पवार के लिए बहुत सम्मान है, मैं चाहता था कि उनकी पार्टी मजबूत हो।

लेकिन आंतरिक स्थिति के कारण जो कुछ भी हुआ इससे खुश नहीं हूं। यह उनका आंतरिक मामला (Internal Affairs) है।

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