लगातार बढ़ती जा रहीं हैं पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की मुश्किलें, ED को मिले सबूत

Central Desk

Former CM Hemant Soren’s Troubles : जमीन घोटाले (Land Scam) में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल (Birsa Munda Central Jail) में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं।

यह जानकारी मिल रही है कि ED ने उनके खिलाफ सबूतों में एक फ्रिज और एक Smart TV के बिल को शामिल किया है। इन्हीं रसीदों के साथ कथित जमीन घोटाले से तार जोड़ा गया है।

ED का आरोप है कि पूर्व CM ने 31 करोड़ रुपए से ज्यादा की कीमत की 8.86 एकड़ जमीन अवैध तरीके से हासिल की थी। ED ने रांची स्थित दो डीलर से ये रसीदें प्राप्त की हैं।

एजेंसी ने दावा किया कि राजकुमार पाहन पूर्व मुख्यमंत्री Hemant Soren के सहयोगी के रूप में काम कर रहे थे, ताकि संपत्ति को किसी तरह पाहन और उसके परिवार के सदस्यों के कब्जे में दिखाया जा सके और सोरेन के खिलाफ सबूतों को विफल किया जा सके एवं अपराध की आय को छुपाया जा सके।

ED ने 191 पन्नों के आरोप पत्र में सोरेन, राजकुमार पाहन, हिलारियास कच्छप, भानु प्रताप प्रसाद और बिनोद सिंह को आरोपी बनाया गया है।

इस प्रकार हेमंत पर लगाया गया है आरोप

ED ने जमीन पर राजकुमार पाहन नामक व्यक्ति के दावे को भी खारिज कर दिया और आरोप लगाया गया कि वह Hemant Soren का सहयोगी है, जिसने संपत्ति को अपने नियंत्रण में दिखाने की कोशिश की।

ED ने दावा किया कि पिछले साल अगस्त में इस मामले में सोरेन को पहला समन जारी होने के तुरंत बाद पाहन ने रांची के उपायुक्त (DC) को पत्र लिखकर कहा था कि उनके और कुछ अन्य लोगों के कब्जे में जमीन है और अन्य मालिकों के नाम पर पहले का दाखिल खारिज को रद्द किया जाए और उन्हें उनकी संपत्ति से बेदखल होने से बचाया जाए।

ED ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने Soren की गिरफ्तारी से दो दिन पहले 29 जनवरी को पाहन को जमीन ‘वापस’ कर दी, ताकि JMM नेता का नियंत्रण और कब्जा ‘निर्बाध’ बना रहे।

ED के अनुसार, भूमि मूल रूप से ‘भुइंहारी’ संपत्ति है, जिसे सामान्य परिस्थितियों में किसी को हस्तांतरित या बेचा नहीं जा सकता है।