रांची: झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होते ही भाजपा के पूर्व विधायक दिनेश षाडंगी भी धरना पर बैठ गये।
उनकी मांग थी कि विधायकों और पूर्व विधायकों की गंभीर बीमारी चिकित्सा प्रतिपूर्ति राशि में अविलंब कटौती समाप्त किया जाये। साथ ही पूरी राशि का भुगतान किया जाये।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी मुद्दे जनहित के लिए हैं और झारखंड सरकार को इस पर गंभीर होने की आवश्यकता है। वित्त रहित शिक्षा नीति झारखंड के माथे पर कलंक का टीका है।
इसे खत्म कर अल्पसंख्यक विद्यालयों की तर्ज पर सभी अनुमति एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को वेतन राशि अनुदान के रूप में दिया जाये। पूर्व विधायक के धरने का भाजपा ने समर्थन किया।
पूर्व विधायक के साथ धरने में मनीष जायसवाल, अनंत ओझा, बाबूलाल मरांडी भी शामिल हुए।