पटना : पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन (Anand Mohan) की आज गुरुवार (27 अप्रैल) को रिहाई होने वाली है।
वह अपने बेटे की सगाई पर 15 दिनों की पैरोल पर बाहर आए थे। बुधवार (26 अप्रैल) को वह सहरसा जेल चले गए।
जेल मैनुअल (Prison Manual) में संशोधन के बाद आनंद मोहन समेत 27 कैदियों की रिहाई होनी है।
कुछ की रिहाई हो चुकी है। आज आनंद मोहन की भी रिहाई होनी है।
इस बीच आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासी माहौल भी गर्म है। इसका विरोध भी हो रहा है।
DM की हत्या के मामले में हुई थी सजा
दरअसल, गोपालगंज (Gopalganj) के तत्कालीन DM जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आनंद मोहन को सजा हुई थी।
अब रिहाई के आदेश के बाद जी कृष्णैया के परिवार, IAS Association समेत कई जगहों से विरोध शुरू हो गया है।
ऐसे में सवाल है कि क्या रिहाई पर संकट आ सकता है? अगर रिहाई होगी तो कितने बजे होगी?
ऐसे सवालों का जवाब आनंद मोहन की वकील संगीता सिंह ने दिया है।
‘अब दोबारा नहीं हो सकता रिवीजन’
संगीता सिंह ने कहा कि सुपौल, मधेपुरा में आनंद मोहन पर जो भी केस चल रहा था वह सब खत्म हो गया है।
क्लीयरेंस आ गया है। देहरादून (Dehradun) में एक मामला चल रहा था। वहां से भी क्लीयरेंस आ जाएगा।
27 अप्रैल को रिहाई हो जाएगी। आनंद मोहन DM जी कृष्णैया हत्याकांड (DM G Krishnaiah Murder Case) में आजीवन कारावास (Life Imprisonment) की सजा काट रहे थे।
जी कृष्णैया की पत्नी उषा देवी ने रिहाई का विरोध किया है। कोर्ट जा सकती हैं। IAS Association भी रिहाई का विरोध कर रहा है।
इस पर आनंद मोहन की वकील ने कहा कि इन सब के कारण रिहाई में कोई दिक्कत नहीं होगी।
एक बार रिहाई के आदेश पर मुहर लग गई तो दोबारा उस पर रिवीजन नहीं हो सकता।
कागजी प्रक्रिया पहले से ही पूरी
रिहाई को लेकर कहा जा रहा है कि कागजी प्रक्रिया (Paperwork) लगभग पहले ही पूरी हो चुकी है।
आज आनंद मोहन की दोपहर के बाद कभी भी रिहाई हो सकती है। बता दें कि 24 अप्रैल को आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद की सगाई थी।
पटना के विश्वनाथ फार्म में सगाई हुई थी। बेटे के सगाई के दिन ही खबर आई थी कि आनंद मोहन की स्थायी रिहाई हो जाएगी।