मध्य प्रदेश के होशंगाबाद स्थित पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन हो गया। उनका निधन गुरुवार देर रात 10ः19 बजे हुआ। 75 वर्षीय शरद यादव को किडनी की समस्या थी और वह डायलिसिस पर थे। उनके परिार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है। शरद यादव को फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट भर्ती कराया गया था। उनकी मौत की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारों में शाक की लहर दौड़ गई। अलग-अलग दलों के नेताओं ने उन्हें याद करते हुए शोक जताया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया।
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी जताया शोक
शरद यादव की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “शरद यादव के निधन से दुखी हूं। सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे वर्षों में, उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वह डॉ। लोहिया के आदर्शों से बहुत प्रेरित थे। मैं हमेशा उनके साथ हुई अपनी बातचीत को संजोकर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
बेटी और दामाद ने दी जानकारी
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का अंतिम संस्कार 14 जनवरी को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद स्थित उनके पैतृक गांव बंदाई में किया जाएगा। आज यानी 13 जनवरी को उनके पार्थिव शरीर को सुबह 10 बजे से अंतिम दर्शन के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास 5 A वेस्टेंड, छतरपुर फार्म, नई दिल्ली में रखा जाएगा। शरद यादव की बेटी और उनके दामाद ने इस संबंध में जानकारी दी है।
13 साल जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे शरद यादव
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और लगातार 13 साल जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे शरद यादव की मौत गुरुवार को गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में कार्डियक अरेस्ट से हुई थी। उनकी मौत की खबर उनकी बेटी ने सोशल मीडिया के जरिये दी थी। उनकी बेटी और बेटे ने ट्वीट पर लिखा, “पापा अब इस दुनिया में नहीं रहे।”
किडनी की समस्या से जूझ रहे थे
75 वर्षीय शरद यादव के परिवार वालों ने बताया कि उन्हें किडनी की समस्या थी और वह डायलिसिस पर थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने बताया कि “शरद यादव को अचेत अवस्था में हॉस्पिटल लाया गया था। उन्हें इमरजेंसी में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। जांच के दौरान न तो उनकी नाड़ी चलती मिली और न ही ब्लड सर्कुलेशन हो रहा था। गुरुवार देर रात 10:19 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।”
वहीं, उनकी मौत की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। अलग-अलग दलों के नेताओं ने उन्हें याद करते हुए शोक जताया।