नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वर्ष 2020 के आखिरी दिन गुजरात के राजकोट में एम्स का शिलान्यास करते हुए कहा कि इससे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नया साल दस्तक दे रहा है।
आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्च र को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल संबोधन में कहा, राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।
साल 2020 को एक नई नेशनल हेल्थ फेसिलिटी के साथ विदाई देना, इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है।
इसलिए साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है।
कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना वो कितने प्रभावी तरीके से कर सकता है।
भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं।
जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों। वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं।