लातेहार: उत्तर प्रदेश चाइल्ड लाइन व लातेहार जिला बाल संरक्षण के सहयोग से सदर थाना क्षेत्र के कोने गांव के आदिम जनजाति परिवार के चार नाबालिग बच्चों को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला के नरखेड़ा गांव से रेस्क्यू कर लातेहार लाया गया है।
इसकी जानकारी जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रीना कुमारी ने दी।
उन्होंने बताया कि चंदवा थाना क्षेत्र के सोंस गांव के रहने वाला लल्लू उर्फ लडुआ के द्वारा अक्टूबर 2020 में कोने गांव से पांच नाबालिग को काम कराने के लिए यूपी के नरखेड़ा गांव भेजा गया था।
इसी बीच एक नाबालिग काम छोड़ भाग गया और गांव के ग्राम प्रधान के पास पहुंच गया।
ग्राम प्रधान के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस के द्वारा नाबालिग युवक को बिजनौर चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया। बिजनौर चाइल्ड लाइन ने लातेहार जिला बाल संरक्षण से संपर्क किया और नाबालिग युवक काे उसका आधार कार्ड उपलब्ध कराया।
आधार कार्ड उपलब्ध कराने के बाद लातेहार जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने युवक की पुष्टि की।
सूचना मिलने के बाद युवक के परिजन जाकर बच्चे को घर ले आए। बाकी चार नाबालिग युवक वही काम कर रहे थे।
इसके बाद बिजनौर चाइल्डलाइन व लातेहार बाल संरक्षण पदाधिकारी की मदद से सभी चार बच्चों को अलग-अलग जगहों से रेस्क्यू किया गया।