डकैती की घटनाओं को अंजाम देने वाले चार कुख्यात अपराधी गिरफ्तार

पलामू जिले में पिछले 30 वर्ष से डकैती की घटनाओं को अंजाम दे रहे गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए उसके एक दर्जन सदस्यों में से चार को गिरफ्तार कर लिया है। सभी ने मिलकर इसी महीने 2 एवं 22 अगस्त को क्रमशः नौडीहा बाजार एवं सिंगरा बजराहा में डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया था।

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Robbery Gang Arrest: पलामू (Palamu) जिले में पिछले 30 वर्ष से डकैती (Robbery) की घटनाओं को अंजाम दे रहे गैंग (Gang) का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए उसके एक दर्जन सदस्यों में से चार को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है।

सभी ने मिलकर इसी महीने 2 एवं 22 अगस्त को क्रमशः नौडीहा बाजार एवं सिंगरा बजराहा में डकैती की घटनाओं को अंजाम दिया था।

गिरफ्तार चार अपराधियों में गैंग के दो कुख्यात सदस्य सूरजमल पासवान एवं उपेन्द्र पासवान के विरुद्ध झारखंड-बिहार (Jharkhand-Bihar) के विभिन्न थानों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं।

लूटी हुई ज्वेलरी खरीदने के आरोप में एक स्वर्णकार को भी गिरफ्तार किया गया है।

सारे अपराधी फिर से डकैती की योजना बन रहे थे, उससे पहले ही चारों को सदर थाना पुलिस ने सिंगरा गांव के शहीद लेफ्टिनेंट अनुराग शुक्ला चौक पर रात्रि एक बजे धर दबोचा।

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SP रीष्मा रमेशन ने जानकारी दी

SP रीष्मा रमेशन शनिवार को जानकारी दी कि बीती रात 1 बजे पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सिंगरा गांव के पास कुछ संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। इस सूचना के आधार पर तत्काल कार्रवाई की।

छापेमारी के दौरान 6 संदिग्ध व्यक्तियों को पाया। पुलिस को देखकर सभी आरोपी भागने का प्रयास करने लगे, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते तीन व्यक्तियों को मौके पर ही धर दबोचा गया, जबकि बाकी तीन अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पकड़े गए आरोपियों से की गई पूछताछ में पता चला कि वे इलाके में गृह डकैती की योजना बना रहे थे।

पुलिस ने उनके पास से एक लोडेड 315 बोर का देशी कट्टा, 6 जिंदा गोलियां और 4 मोबाइल फोन बरामद किए। इनकी निशानदेही पर हुसैनाबाद थाना क्षेत्र से डकैती की घटना में शामिल दो अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है।

प्राथमिक जांच में सामने आया है कि ये सभी आरोपी औरंगाबाद, गया और पलामू जिलों में हत्या, डकैती और लूटपाट की कई घटनाओं में शामिल रहे हैं। इस गिरोह का मास्टरमाइंड सुरजमल पासवान, औरंगाबाद जिले का रहने वाला है और उसके साथ उपेंद्र पासवान, गया जिले का निवासी है। यह 12 सदस्यों का एक अंतर्राज्यीय गिरोह है, जो औरंगाबाद, गया और पलामू जिलों में सक्रिय है।

इन आरोपियों ने लूटे गए सोने-चांदी के जेवर को हुसैनाबाद के जपला स्थित श्रीराम ज्वेलर्स में बेचा था। लूट के सामान खरीदने के आरोप में श्रीराम ज्वेलर्स के मालिक आशीष सोनी को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लूटे गए गहनों की बरामदगी और गिरोह के अन्य सदस्यों की खोजबीन के लिए विशेष टीम का गठन कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

सूरजमल पर झारखंड-बिहार के थानों में सात मामले दर्ज हैं। इसी तरह उपेन्द्र पासवान पर 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सूरजमल नक्सली संगठन का एरिया कमांडर रहा है। उसने बरवाडीह में तीहरे हत्यकांड को अंजाम दिया था। इसके अलावा बिहार में डकैती के दौरान हत्या का आरोप है।

SP ने बताया

SP ने बताया कि गिरोह के सदस्य वैसे घरों को निशाना बनाते हैं जो गांव के सुनसान इलाके में रहते हैं। खुद को नक्सली बताकर केवल हथियार लेने के लिए दरवाजा खुलवाते हैं। दरवाजे खोले जाने पर लूटपाट करने लगते हैं। सिंगरा का घर भी सुनसान जगह पर ही था। यहां डकैती के बाद सारे अपराधी ट्रेन से कजरी रेलवे स्टेशन तक गए थे।

वहां से सूरजमल एवं उपेन्द्र डालटनगंज कोर्ट में गवाही देने के लिए लौट गए थे, जबकि दो अपराधी गहनों को बेचने के लिए जपला चले गए थे।

गिरफ्तार व्यक्तियों में सुरजमल पासवान (पितारू स्व. हीरा पासवान, ग्रामरू बाधी, थाना नवीनगर, औरंगाबाद), उपेंद्र पासवान (पिता स्व. रामजतन पासवान, ग्राम काज कुरचिया टॉड, थाना गुरुआ, जिला गया), जितेंद्र पासवान (पिता इन्ददेव पासवान, ग्राम सोबा, थाना हैदरनगर, जिला पलामू), आशीष सोनी (श्रीराम ज्वेलर्स, पिता विश्वनाथ प्र. सोनी, ग्राम जपला मेन बाजार, थाना हुसैनाबाद) एवं गोविंद प्रसाद गुप्ता (पिता श्याम बिहारी प्रसाद, ग्रामरू झरगड़ा, थाना हुसैनाबाद) शामिल हैं।

 

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