लेह: लद्दाख के नुब्रा सब डीविजन में एक निर्माणाधीन पुल के ढहने से उसके मलबे के नीचे दबकर चार श्रमिकों की मौत हो गई है। दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मलबे में अभी और कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है। बचाव कार्य में सेना और वायुसेना का भी सहयोग लिया जा रहा है। उपराज्यपाल के राधाकृष्ण माथुर ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
रविवार को अधिकारियों ने बताया कि लेह जिले के दिस्कित गांव के पास निर्माणाधीन शतसे तकना पुल का एक हिस्सा उस समय ढह गया।
घायलों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया
उन्होंने बताया कि शनिवार शाम चार बजे के करीब तेज आंधी चली के बीच अचानक पुल ढह गया। इससे वहां काम कर रहे छह श्रमिक मलबे के नीचे दब गए।
अधिकारियों ने बताया कि 12 घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के बाद चार श्रमिकों के शव मलबा से निकाले गए, जबकि दो अन्य को घायलों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मरने वालों की पहचान जम्मू संभाग के राजौरी जिले के राजकुमार और वरिंदर, छत्तीसगढ़ के मंजीत और पंजाब के लव कुमार के रूप में हुई है जबकि घायलों के नाम छत्तीसगढ़ के राजकुमार और राजौरी के कोकी कुमार बताए गए हैं।
राधाकृष्ण माथुर भी बचाव अभियान पर नजर रखे हुए हैं
आशंका जताई जा रही है कि पांच से छह लोग गिरे पुल के मलबे के नीचे अभी भी दबे हैं। प्रशासन उन्हें बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
एसडीएम लक्ष्य सिंघल मौके पर हैं और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। मौके पर अन्य अधिकारी भी पहुंच गए हैं।
बचाव कार्य में सेना की 102 ब्रिगेड का सहयोग भी लिया जा रहा है और बचाव कार्य के लिए भारतीय वायुसेना को भी बुलाया गया है ताकि फंसे लोगों को बचाकर लेह पहुंचाया जा सके।
लद्दाख के उपराज्यपाल के राधाकृष्ण माथुर भी बचाव अभियान पर नजर रखे हुए हैं और उन्होंने घटना की जांच के आदेश भी दे दिए हैं।