अमेठी: कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी के उत्तर से दक्षिण वाले बयान को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी समेत पार्टी के कई नेताओं ने पलटवार किया है।
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर भारत में उन्हें अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी और केरल आना उनके लिए नए तरह का अनुभव है क्योंकि यहां के लोग मुद्दों में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि केरल के लोगों से काफी कुछ सीखा है और यहां के लोगों की बुद्धिमतता को थोड़ा समझा है।
राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘कुछ दिन पहले वह पूर्वोत्तर में थे, भारत के पश्चिम हिस्से के खिलाफ जहर उगल रहे थे।
दक्षिण में हैं और उत्तर के खिलाफ जहर उगल रहे हैं।
फूट डालो और राज करो की राजनीति से काम नहीं चलता है राहुल गांधी जी।
लोगों ने इस राजनीति को खारिज कर दिया है। देखिए आज गुजरात में क्या हुआ वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट कर राहुल गांधी के उनके इस बयान को लेकर हमला बोला है।
स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया ‘एहसान फरामोश! इनके बारे में तो दुनिया कहती है- थोथा चना बाजे घना।’
और बात जब उत्तर भारत की आई तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी भला कहा चुप रहने वाले। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘श्रीमान राहुल जी, सनातन आस्था में तपस्थली केरल से लेकर प्रभु श्री राम की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश तक सभी लोग आपको समझ चुके हैं।
विभाजनकारी राजनीति आपका राजनीतिक संस्कार है।
हम उत्तर या दक्षिण में नहीं, पूरे भारत को माता के स्वरूप में देखते हैं।
राहुल गांधी ने लोगों को बताया कि हाल ही में अमेरिका में छात्रों से बातचीत में उन्होंने कहा था कि ‘केरल के लोग जैसी राजनीति करते हैं इसलिए उन्हें वहां जाना बहुत पसंद है।
हाल ही में मैं अमेरिका में कुछ छात्रों से बातचीत कर रहा था और मैंने उन्हें बताया कि मुझे केरल जाना, वायनाड जाना बहुत पसंद है। यह सिर्फ लगाव नहीं है।
निश्चित तौर पर लगाव तो है ही, लेकिन आप जिस तरह से राजनीति करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, अगर मैं कहूं तो, आप जिस बुद्धिमानी के साथ राजनीति करते हैं।
मेरे लिए यह सीखने वाला अनुभव और मजेदा है।
उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र का 2004 से प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी ने 2019 में अमेठी और केरल के वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था।
वायनाड सीट से उन्हें जीत मिली लेकिन अमेठी पर उन्हें भाजपा की स्मृति ईरानी के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा।