सिंघु बॉर्डर: कृषि कानून को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का 2 महीने से प्रदर्शन जारी है।
किसानों को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत मिल गई है और इसके लिए रूट तय किए गए हैं।
हालांकि इस परेड को शांतिपूर्ण तरह से करने के लिए किसान संगठनों ने कुछ हिदायतें जारी की हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया, हम इतिहास बनाने जा रहे हैं। आज तक देश में गणतंत्र दिवस पर इस देश के गण यानी कि हम लोगों ने कभी इस तरह परेड नहीं निकाली है।
हमें ध्यान रखना है कि इस ऐतिहासिक परेड में किसी किस्म का धब्बा ना लगने पाए।
परेड शांतिपूर्वक और बिना किसी वारदात के पूरी हो इसमें हमारी जीत है। याद रखिए, हम दिल्ली को जीतने नहीं जा रहे, हम देश की जनता का दिल जीतने जा रहे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से साफ किया गया है, परेड में ट्रैक्टर और दूसरी गाड़ी चलेंगी, लेकिन ट्रॉली नहीं जाएगी। जिन ट्रॉलियों में विशेष झांकी बनी होगी, उन्हें छूट दी जा सकती है। पीछे से ट्रॉली की सुरक्षा का इंतजाम करके जाएं।
अपने साथ 24 घंटे का राशन पानी पैक करके चलें। जाम में फंसने पर ठंड से बचाव का इंतजाम भी रखें। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा की अपील है कि हर ट्रैक्टर या गाड़ी पर किसान संगठन के झंडे के साथ-साथ राष्ट्रीय झंडा भी लगाया जाए। किसी भी पार्टी का झंडा नहीं लगेगा।
अपने साथ किसी भी तरह का हथियार ना रखें, लाठी या जेली भी ना रखें। किसी भी भड़काऊ या नेगेटिव नारे वाले बैनर ना लगाएं। वहीं परेड में शामिल होने की सूचना देने के लिए आप मिस्ड कॉल लगा दें।
हालांकि मोर्चा ने परेड के दौरान कुछ हिदायतें भी दी हैं, जिनमे कहा गया है कि परेड की शुरुआत किसान नेताओं की गाड़ी से होगी।
उनसे पहले कोई ट्रैक्टर या गाड़ी रवाना नहीं होगी। हरे रंग की जैकेट पहने हमारे ट्रैफिक वॉलिंटियर की हर हिदायत को मानें।
कहा गया कि परेड का रूट तय हो चुका है। उसके निशान लगे होंगे। पुलिस और ट्रैफिक वॉलिंटियर आपको गाइड करेंगे। जो गाड़ी रूट से बाहर जाने की कोशिश करेगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त किसान मोर्चा का फैसला है कि अगर कोई गाड़ी सड़क पर बिना कारण रुकने या रास्ते में डेरा जमाने कि कोशिश करती है, तो हमारे वॉलंटियर उन्हें हटाएंगे। सब गाड़ियां परेड पूरी करके वही वापस पहुंचेंगी जहां से शुरू हुई थी।
यह भी बताया गया कि एक ट्रैक्टर पर ज्यादा से ज्यादा ड्राइवर समेत पांच लोग सवार होंगे। बोनट, बंपर या छत पर कोई नहीं बैठेगा।
सब ट्रैक्टर अपनी लाइन में चलेंगे, कोई रेस नहीं लगाएगा। परेड में किसान नेताओं की गाड़ियों से आगे या उनके साथ अपनी गाड़ी लगाने की कोशिश नहीं करेगा।
यह हिदायत भी दी गई कि ट्रैक्टर में अपना ऑडियो डेक नहीं बजाएं। इससे बाकी लोगों को मोर्चा की ऑडियो से हिदायतें सुनने में दिक्कत होगी। परेड में किसी भी किस्म के नशे की मनाही रहेगी।
अगर आपको कोई भी नशा करके ड्राइव करते हुए दिखाई दे तो उसकी सूचना नजदीक के ट्रैफिक वॉलिंटियर को दें।
किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा, हमें गणतंत्र दिवस की शोभा बढ़ानी है, पब्लिक का दिल जीतना है। इस बात का खास ख्याल रखें कि औरतों से पूरी इज्जत से पेश आएं। पुलिस का सिपाही भी यूनिफॉर्म पहने हुए किसान है, उससे कोई झगड़ा नहीं करना।
मीडिया वाले चाहे जिस भी चैनल से हों, उनके साथ किसी तरह की बदतमीजी ना हो। कोई सड़क पर कचरा ना फेंके। अपने साथ कचरे के लिए एक बैग अलग से रखें।
संयुक्त किसान मोर्चा ने हर किस्म की इमरजेंसी का इंतजाम किया है, इसलिए कोई दिक्कत होने पर घबराएं नहीं, बस इन हिदायतों का पालन करें जिनमें, किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें।
अगर कोई बात चेक करना हो तो संयुक्त किसान मोर्चा की फेसबुक पर जाकर सच्चाई की जांच कर लें।
परेड में बीच-बीच में एंबुलेंस रहेंगी अस्पतालों के साथ इंतजाम किया गया है कोई मेडिकल इमरजेंसी हो तो हेल्पलाइन नंबर पर फोन करें या नजदीकी वालंटियर को बताएं।
ट्रैक्टर या गाड़ी खराब होने की स्थिति में उसे बिल्कुल साइड में लगा दें और वॉलिंटियर से संपर्क करें या हेल्पलाइन पर कॉल करें।
संयुक्त किसान मोर्चा का हेल्पलाइन नंबर इस परेड के लिए 24 घंटे खुला रहेगा कुछ भी पूछना हो या बताना हो तो तुरंत फोन करें। अगर कोई वारदात हो तो उसकी खबर पुलिस कंट्रोल रूम को 112 नंबर पर दे सकते हैं।