Gaganyaan Mission : इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (Indian Space Research Organization) यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) जल्द ही भारतीय स्पेस एजेंसी गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) के तहत पैराशूट सिस्टम (Parachute System) की जांच के लिए एक अहम टेस्ट (Test) कर सकता है।
बताया जाता है कि इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट (IADT) की श्रंखला का यह पहला टेस्ट होगा। यह टेस्ट चिनूक हेलीकॉप्टर (Chinook Helicopter) की मदद से किया जाएगा।
गौरतलब है कि बीते अक्टूबर में पहले टेस्ट व्हीकल मिशन (Test Vehicle Mission) के दौरान क्रू मॉड्यूल उल्टा हो गया था। कहा जा रहा है कि ISRO टेस्ट व्हीकल मिशन भी करने जा रही है।
इसके तहत Single Stage Rocket Modules को अंतरिक्ष में सभी सिस्टम्स की जांच के लिए अंतरिक्ष में कई किमी लेकर जाता है। फिलहाल, ऐसे कितने टेस्ट ISRO को करने होंगे, इसे लेकर जानकारी स्पष्ट नहीं है।
4-5 KM की ऊंचाई से छोड़ा जाएगा क्रू मॉड्यूल
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, IADT के तहत चिनूक हेलीकॉप्टर 4-5 KM की ऊंचाई से क्रू मॉड्यूल (Crew Module) को छोड़ेगा। बातचीत में एक अधिकारी ने कहा, ‘टेस्ट अगले दो या तीन दिनों में किया जा सकता है।
पहला IADT नाममात्र की परिस्थितियों में पैराशूट सिस्टम की जांच करेगा। इसका मतलब है कि यह उस स्थिति में क्रू मॉड्यूल के समुद्र में उतरने की नकल करेगा, जब दोनों पैराशूट समय रहते खुलेंगे।’ क्रू मॉड्यूल के उतरने के बाद एक अन्य Helicopter Crew Module की जगह का पता लगाएगा।
बाद में नौसेना क्रू मॉड्यूल को दोबारा हासिल करेगी और चेन्नई (Chennai) के तट पर वापस लेकर आएगी। खास बात है कि क्रू मॉड्यूल का पहुंचना और उसे दोबारा हासिल करना भी अहम कदम है।