गुमला: गुमला में एक नेत्रहीन नाबालिग लड़की (16) से सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता मानसिक रोगी भी है।
उसके साथ दो युवकों ने दुष्कर्म किया है। जब पीड़िता गर्भवती हुई, तो दुष्कर्म का राज खुला।
इस संबंध में गुमला थाना में दो अज्ञात युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।
केस दर्ज कर महिला थाना की पुलिस ने बुधवार को पीड़िता का गुमला सदर अस्पताल में मेडिकल कराया। वहीं कोर्ट में प्रस्तुत कर 164 का बयान दर्ज किया गया।
ऐसे सामने आया मामला
एक सप्ताह पहले गुमला की एक संस्था की कुछ महिलाएं गांव गयी थी, तभी लड़की की स्थिति को देख कर जांच पड़ताल शुरू की गयी। इसकी जानकारी सीडब्ल्यूसी गुमला को मिली।
सीडब्ल्यूसी ने मिशन बदलाव के जीतेश मिंज से इस मामले में मदद मांगा।
श्री मिंज गांव पहुंचे। आंगनबाड़ी सेविका सहित कई लोगों से पूछताछ की, तब लड़की से दुष्कर्म होने व गर्भवती होने का मामला सामने आया।
19 जनवरी को इसकी जानकारी महिला थाना को दी गयी। साथ ही पीड़िता के परिवार द्वारा आवेदन सौंप कर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। 20 जनवरी को पुलिस ने लड़की को अपने संरक्षण में लेकर मेडिकल कराया।
आरोपियों की पहचान में जुटी पुलिस
नि:शक्त सह नाबालिग से गैंगरेप का मामला सामने आने के बाद गुमला पुलिस हरकत में आ गयी है।
पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया है। लड़की से विभिन्न पहलुओं पर महिला पुलिस ने पूछताछ की है।
लड़की देख नहीं सकती, इसलिए आरोपियों की पहचान करना मुश्किल है। ऐसे में पुलिस ने आवाज के माध्यम से आरोपियों तक पहुंचने की योजना बनायी है।
क्या कहती है मिशन बदलाव संस्था
मिशन बदलाव संस्था के संयोजक जीतेश मिंज का कहना है कि यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।
लड़की नाबालिग के साथ नि:शक्त है। उसके साथ दो युवकों ने गलत हरकत की है। इस मामले में पुलिस से अनुरोध किया गया है कि जांच कर आरोपियों को पकड़े।
क्या कहती है पुलिस
महिला थानेदार गुमला प्रियंका तिर्की कहती हैं कि पीड़िता देख नहीं सकती है।
वह मानसिक रोगी भी है, इसलिए कुछ सही से जानकारी नहीं दे पा रही है।
पूछताछ में दो युवकों द्वारा गलत करने की जानकारी दी है, जिसके आधार पर केस दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।