Aman Sahu Encounter: झारखंड, बंगाल और छत्तीसगढ़ में आतंक का पर्याय बन चुका गैंगस्टर अमन साहू (Gangster Aman Sahu) अब इतिहास बन चुका है।
ATS (आतंकवाद रोधी दस्ता) द्वारा मारे गए इस कुख्यात अपराधी के शव को बुधवार शाम पलामू से रांची भेज दिया गया। पुलिस ने शव को बर्फ की सिल्ली में रखकर एंबुलेंस से भेजा।
एनकाउंटर के बाद परिजनों ने साधी चुप्पी
अमन साहू के एनकाउंटर (Aman Sahu Encounter ) के बाद उसके परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन 24 घंटे बाद बुधवार शाम वे पलामू पहुंचे।
उसके चचेरे भाई कृष्णा साव और बहनोई संतोष कुमार शव लेने आए, लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। उनके साथ चालक मिन्हाज अंसारी और शंकर जायसवाल भी मौजूद थे।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
गैंगस्टर अमन साहू को मंगलवार को झारखंड ATS ने पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के अन्हारी ढोढ़ा में मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया था।
पुलिस कस्टडी में रहते हुए उसने जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके बाद एटीएस की जवाबी कार्रवाई में उसकी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया शव
मंगलवार रात मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (MMCH) में अमन साहू के शव का पोस्टमार्टम किया गया।
पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी थी, जिसके बाद बुधवार शाम वे शव लेने पहुंचे। सभी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद पुलिस ने शव को उनके सुपुर्द कर दिया और एंबुलेंस से रांची भेज दिया गया।