चेन्नई: ड्रोन व सर्विस कंपनी गरुड़ एयरोस्पेस, उत्तराखंड के चमोली जिले में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा चलाए जा रहे राहत अभियान में तीन ड्रोन तैनात करेगा।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
शहर स्थित गरुड़ एयरोस्पेस के प्रबंध निदेशक अग्निश्वर जयप्रकाश ने आईएएनएस को बताया, हमें एनडीआरएफ ने उत्तराखंड के चमोली आपदा के लिए चलाए जा रहे बचाव और राहत कार्यो में तीन ड्रोन तैनात करने के लिए संपर्क किया।
उन्होंने कहा कि कंपनी एनडीआरएफ के बचाव और राहत कार्यो में सहयोग करने के लिए तीन प्रकार के ड्रोन तैनात करेगी।
जयप्रकाश ने कहा कि एक ड्रोन को वीडियो निगरानी के लिए तैनात किया जाएगा, ताकि जमीनी बल क्षतिपूर्ति का जायजा ले सके और रियल टाइम सूचना पर भरोसा कर सकें।
यह एनटीपीसी के फंसे श्रमिकों के बारे में भी जानकारी देगा, जो वहां एक बिजली संयंत्र का निर्माण कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अन्य दो ड्रोनों का इस्तेमाल केबल बिछाने और खाद्य आपूर्ति व आपातकालीन आपूर्ति के लिए किया जाएगा।
जयप्रकाश ने कहा कि स्ट्रिंग ड्रोन, सामग्री को स्थानांतरित करने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक केबल बिछाएगा, जबकि यह भोजन और आपातकालीन आपूर्ति के लिए ड्रोन 20 किग्रा तक भार उठा सकता है।
उन्होंने कहा, डिलिवरी ड्रोन का इस्तेमाल कोविड महामारी के दौरान कीटाणुनाशक दवाओं के छिड़काव के लिए किया जाता था और इसके सहयोग से टिड्डियों की रोकथाम के लिए कीटनाशकका भी छिड़काव किया जाता था।
जयप्रकाश ने कहा, तीन ड्रोन और चार पायलटों की हमारी टीम पहले से ही देहरादून में है और जल्द ही ड्रोन ऑपरेशन शुरू करने के लिए इसे जोशीमठ तक एयरलिफ्ट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वीडियो निगरानी ड्रोन, लाइव हाई डिफिनेशन प्रसारण प्रदान करेंगे और इसमें सुरंगों या अंधेरे क्षेत्रों में इस्तेमाल होने वाली फ्लैश लाइटें लगी होंगी।