गिरिडीह: छह दिनों से लापता युवक सोनू रविदास का शव शुक्रवार की सुबह उसी गांवा के शेरुआ नदी में दफन मिला, जहां से युवक की बाइक बरामद हुई थी।
युवक का शव मिलते ही परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। काफी संख्या में अलग अलग राजनीति दलों के साथ ग्रामीणों और परिजनों ने गांवा थाना का घेराव कर दिया।
ग्रामीणों के गुस्सा को देखते हुए हुए थाना और इसके आसपास भारी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती की गई है, तो वहीं दूसरी तरफ एक साथ दो डीएसपी मुकेश महतो और साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी और दो इंस्पेक्टर भी हालात पर नजर रखे हुए थे।
आक्रोशित लोगों ने थाना के गेट पर ही प्रदर्शन कर दिया. इसमें सबसे ज्यादा महिलाएं थी। ग्रामीणों का आरोप था कि गांवा थाना प्रभारी सूरज कुमार की लापरवाही के कारण सोनू रविदास की हत्या हुई है।
यही नहीं ग्रामीण के साथ सांसद प्रतिनिधि राम यादव ने भी थाना प्रभारी को गांवा से हटाने की मांग की। किसी तरह पुलिस अधिकारी मामले को समझा बुझाकर शांत कराया।
जानकारी के अनुसार शेरुआ गांव के एक युवक की निशानदेही पर गांवा थाना पुलिस ने मृतक सोनू रविदास के शव को सेरुआ नदी से बरामद किया। जानकारी के अनुसार मामले में उस युवक को हिरासत में लेने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं सकी है।
बताते चलें कि छह दिन पहले गिरिडीह के गांवा बाजार से अपने घर शेरुआ लौटते वक्त चिंतामन रविदास का बेटा सोनू रविदास रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था।
जबकि दूसरे दिन उसकी बाइक शेरुआ नदी में मिली थी। पुलिस जांच में मामला प्रेम प्रासंग का पाया गया। वहीं छह दिन बाद शुक्रवार को उसका शव उसी नदी में दफन मिला। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।