गिरिडीह : एक आठ साल के बच्चे के बयान ने उसके पिता को हत्या का आरोपी बना दिया है। हत्या उस बच्चे की मां की हुई है।
मृतका का नाम रिंकी देवी (28 वर्ष) था। तीन बच्चों की मां रिंकी देवी की हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके पति पूर्वी बलगो निवासी राजेश मंडल ने कथित रूप से उसके शव को फांसी के फंदे से लटका दिया था। लेकिन, एलकेजी में पढ़नेवाले उसके आठ साल के बेटे आदित्य मंडल ने ही राजेश मंडल की इस करतूत की पोल खोल दी।
घटना बिरनी थाना क्षेत्र के पूर्वी बलगो की है। आरोपी के बेटे आठ वर्षीय आदित्य मंडल ने पुलिस और स्वजनों को बताया कि शुक्रवार की रात को घर में खाने में मछली बनी थी।
मछली ठीक से नहीं पकी थी, इसलिए उसके पिता राजेश मंडल ने उसकी मां रिंकी देवी को पीट-पीटकर मार डाला। उसके बाद राजेश ने रिंकी देवी को फांसी पर लटका दिया।
उसके बाद राजेश ने अपने बच्चे से कहा कि वह डॉक्टर को बुलाने जा रहा है। यह कहकर वह और घर से सभी अन्य सदस्य घर से कहीं चले गये फिर घर नहीं लौटे। बच्चे ने पुलिस को बताया, “पापा हमेशा गुस्से में रहते थे और मां के साथ मारपीट करते थे।”
इधर, बिरनी थाना के एसआई रामाशंकर उपाध्याय, सचिन कुमार और एएसआई शिवजतन हेम्ब्रम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और रिंकी देवी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
उधर, मृतका के भाई सरिया प्रखंड के उलीबाद निवासी पप्पू कुमार मंडल ने पुलिस को बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी उनके भांजे ने ही शुक्रवार की रात करीब नौ बजे फोन पर दी।
उसके बाद वह रात को ही वहां पहुंचे और देखा कि उनकी बहन रिंकी देवी खाट पर मृत पड़ी थी। उसे रस्सी से बांधकर पीट-पीटकर उसकी हत्या करने के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए उसके शव को फांसी पर लटका दिया गया।
पप्पू कुमार मंडल ने आरोप लगाया है कि उसका बहनोई राजेश मंडल अपनी पत्नी रिंकी देवी को अपने मायके से एक लाख रुपये और बाइक लाने को कहता था। वह रिंकी के साथ मारपीट भी करता था।
धमकी देता था कि अगर वह अपने मायके से पैसे और बाइक मांगकर नहीं लायेगी, तो वह उसे जान से मार देगा और उसकी लाश कहीं फेंक देगा। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।