गिरिडीह: जिले के अभ्रक बाहुल्य तिसरी प्रखंड के रखवा अभ्रक खदान में अवैध खनन के दौरान हुए हादसे में दो गरीब मजदूर की मौत के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है।
पुलिस ने लोकाय नयनपुर थाना पुलिस कांड के मुख्य आरोपित कारू वर्णवाल को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, इस मामले के चार नामजद आरोपित कामेश्वर भारती, पिंटू वर्णवाल, शैलेंद्र प्रसाद और मुन्ना मोदी फरार बताए जा रहे हैं।
सर्किल इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी ने बताया कि अवैध खनन में दो की मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी।
दस दिन पूर्व दो मार्च को मनसाडीह पंचायत के सक्सेकिया जंगल के पास रखवा माइका खदान में अवैध तौर पर अभ्रक निकालने के क्रम में हादसा हो गया था।
इस खदान में हुए धंसान में दो युवक सतीश कुमार और रंजीत राय लगभग 500 फीट नीचे दब गए थे। उन्होंने बताया कि इस घटना को गंभीरता से लेते हुए डीसी राहुल कुमार सिन्हा और एसपी अमित रेणू ने सख्त कार्यवाई के निर्देश दिए थे।
इस बीच गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपितों ने मृतक के परिजनों को प्रलोभन देने का प्रयास किया। इतना ही नहीं कारू वर्णवाल ने परिजनों को 50 हजार रुपये के चेक भी दिये।
इसकी जानकारी मिलने पर एसपी ने साफ कहा कि नामजद आरोपितों की हर हाल में गिरफ्तारी होनी चाहिए। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर कारू वर्णवाल को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश में भी छापेमारी कर रही है।