रांची : सोशल मीडिया ने छोटे शहरों, गली-मुहल्लों से लेकर गांवों तक के युवाओं को अपने अंदर छुपी कला पूरी दुनिया को दिखाने का प्लेटफॉर्म दिया है।
कई युवा लड़के-लड़कियां डांस, सिंगिंग, एक्टिंग में अपना टैलेंट इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिये लोगों को दिखा रहे हैं। लेकिन, उन्हें उनके कद्रदान ही नहीं, बल्कि मानव तस्कर भी देख रहे हैं और अपना शिकार भी बना रहे हैं।
रांची के युवा भी इन मानव तस्करों के चंगुल में फंस रहे हैं। रांची बाल कल्याण समिति के मुताबिक, हाल के दिनों में उसके पास हर दिन औसतन दो से तीन ऐसे केस सामने आ रहे हैं।
इनमें मानव तस्करों के शिकार वैसे युवा हुए हैं, जो अपनी एक्टिंग का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दुनिया को अपना टैलेंट दिखा रहे हैं।
रांची बाल कल्याण समिति के सदस्य बैजनाथ के मुताबिक, मानव तस्कर सोशल साइट्स पर एक्टिव युवाओं, खासकर युवतियों से संपर्क करते हैं। उन्हें फिल्म में काम दिलाने की बात कहते हैं।
वे ऐसी युवतियों को मुंबई बुलाते हैं और उन्हें सेक्स रैकेट के दलदल में धकेल देते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में रांची रेलवे स्टेशन से ऐसी 100 युवतियों को रेस्क्यू किया गया है।