देवघर: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार को अपनी फर्जी एमबीए व पीएचडी डिग्री मामले में अपना पक्ष देने थाना पहुंचे।
पहुंचते ही थाना प्रभारी उन्हें पूछताछ के लिए अंदर ले गए, जहां बंद दरवाज के भीतर घंटों पूछताछ चली।
पूछताक्ष के क्रम में सांसद निशिकांत दुबे, उनके बड़े पुत्र तनिष्कांत दुबे के साथ नगर थाना प्रभारी रतन कुमार सिंह के समक्ष अपना पक्ष रखा। साथ ही बताया कि उसकी दोनों डिग्रियां मान्य हैं।
बाद में मीडिया को सम्बोधित करते हुए सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि जिस विष्णु कांत ने मेरे खिलाफ फर्जी डिग्री की प्राथमिकी दर्ज कराया था उसे खुद पता होना चाहिए कि क्या उसके पास जो डिग्रियां हैं वह वैध हैं।
साथ ही नगर जिला प्रशासन किसी के दबाब में काम कर रही हैं यदि झामुमो के ट्विटर हैंडल के आधार पर केस हुआ। लेकिन उससे नहीं पूछ कर जबाब मुझसे पूछ रही हैं।
साथ ही उन्होंने बताया कि सूचना का अधिकार के तहत बिजेंद्र पांडेय ने 2017 में गोरखपुर में केस किया और कहा कि उसने आरटीई नहीं मांगा हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय ने कहा कि यहां से कोई सूचना नहीं दिया जाता है तो फिर किस आधार पर निशिकांत दुबे के ऊपर केस किया है। तीन माह से पुलिस जबाब नहीं दे रही है।
मधुपुर उप चुनाव के बारें में उन्होंने कहा कि जैसे ही विधानसभा चुनाव भाजपा जीतती हैं वैसे ही बाबूलाल मरांडी की सरकार फिर से बनेगी।
वहीं नगर थाना प्रभारी रतन कुमार सिंह ने पूछे जाने पर बताया कि उसने आकर अपना पक्ष रखा है।
मुझे जो जानकारी चाहिए थी उससे मिल गया हैं। विशेष क्या जानकारी पूर्व में क्या उपलब्ध कराई गई हैं जिसे देखने के बाद बताया जाएगा।