नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के संकेत मिलने के साथ ही रेटिंग्स एजेंसियों ने भी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अपने पूर्वानुमान में सुधार शुरू कर दिया है।
रेटिंग एजेंसी मूडीज के बाद गोल्डमैन सैक्स ने भी वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत की जीडीपी के अनुमान में सुधार किया है। इनवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने मंगलवार को मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के अपने पूर्वानुमान -14.8 फीसदी को सुधारकर-10.3 फीसदी कर दिया है।
2021-22 में 13 फीसदी वृद्धिका अनुमान
इसके अलावा गोल्डमैन सैकस ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के 13 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने का अनुमान जताया है। अपनी ताजा रिपोर्ट में गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि कारगर वैक्सीन की उपलब्धता से अगले वित्त वर्ष के मध्य तक स्थिति सामान्य हो सकती है।
ज्ञात हो कि फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन के कोविड-19 संक्रमण को रोकने में कारगर साबित होने की घोषणा के साथ ही दुनियाभर में सकारात्मक माहौल बनने लगा है।
अर्थव्यवस्था में रिकवरी के मिल रहे संकेत
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पिछले हफ्ते रेटिंग एजेंसी मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने भारतीय अर्थव्यवस्था के अनुमान को अपग्रेड किया था। पहले उसने इसमें 9.6 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया था लेकिन अब इसे घटाकर 8.9 फीसदी कर दिया है।
दरअसल हाल के दिनों में कई ऐसे संकेत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से रिकवरी की ओर तरफ बढ़ रहा है। इसकी पुष्टि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तीसरे चरण के लिए प्रोत्साहनों की घोषणा के दौरान की।
वहीं, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 6 महीने में पहली बार सितम्बर में पॉजिटिव स्थिति में पहुंचा। इसी तरह परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अक्टूबर में 13 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।