रांची: झारखंड भाजपा के अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने 14वें वित्त आयोग के संविदा कर्मियों पर लाठीचार्ज की घोर निंदा की है।
प्रकाश ने शुक्रवार को कहा कि हेमन्त सरकार तानाशाही रवैया अपनाते हुए संविदा कर्मियों पर लाठी चार्ज किया है।
गर्भवती महिला पर पुरुष पुलिस कर्मी द्वारा लाठीचार्ज में पैर तोड़ा जाना, कइयों के सिर मारकर फाड़ देना यह तानाशाही रवैया है।
इसमें लगभग 20 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। यह तानाशाही भाजपा व राज्य की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार नौकरी देने में तो असफल हुई। पिछले सरकार द्वारा दिए गए नौकरी भी छीनने का काम किया है।
पुलिस ने निर्दयता पूर्वक लाठी चार्ज किया है। इससे सरकार का चेहरा फिर बेनकाब हुआ है।
गर्भवती महिला पर लाठीचार्ज के दौरान पैर टूटने पर कहा कि हेमंत सरकार में एक ओर महिलाओं के साथ लगातार अत्याचार बढ़े हैं।
दूसरी ओर सरकार खुद महिलाओं पर अत्याचार करने में लगी हुई है।
संविदा कर्मियों को आंदोलन के दौरान महिलाओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा जाना दुर्भाग्य जनक है।
उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार को सद्बुद्धि दे। सरकार को इन कर्मियों के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए थी।
लेकिन दुर्भाग्य है कि सरकार डंडे से बातचीत कर रही है। यह सरकार नहीं सर्कस है और इसका रिंग मास्टर कांग्रेस है।
संविदा कर्मियों पर लाठीचार्ज दर्शाता है कि इस राज्य में अघोषित आपातकाल है। ऑक्सीजन पर चलने वाली सरकार से लोगों का भरोसा टूटा है।
हालात यह है कि लोग अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने को विवश हैं।
सरकार की तानाशाही का हाल ये है कि सरकार राजधानी के कई स्थानों पर 144 लागू कर भाजपा व अन्य संगठनों को कार्यक्रम करने से रोकती है ।
वहीं कांग्रेस झामुमो खुद ड्रामा करने में लगे हैं। सरकार के रवैए से जनता उब चुकी है।