श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने मंगलवार को भाजपा पर कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) के ‘दर्द और पीड़ा का फायदा उठाने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदाय की रक्षा करने में विफल रही है।
कश्मीर में तैनात कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की एक सूची के लीक होने पर टिप्पणी करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी जानकारी सार्वजनिक (Public) की जा रही है।
मुफ्ती ने कहा..
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र और जम्मू-कश्मीर (Center and Jammu and Kashmir) दोनों में भाजपा के शासन के बावजूद वह कश्मीरी पंडितों के मुद्दों पर कोई निर्णय नहीं ले रही है, जो पिछले छह महीने से जम्मू में सड़क पर हैं
। उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने में विफल रही है और वह केवल अपने फायदे के लिए समुदाय के दर्द और पीड़ा का फायदा उठा रही है।
वह उनकी समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। मुफ्ती ने कहा कि एक तरफ कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) से काम पर आने को कहा जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ उनकी जानकारियां लीक की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों को बताना चाहिए कि यह कैसे हुआ।
सोशल मीडिया पर अपलोड की गई सूची प्रामाणिक नहीं
उल्लेखनीय है कि हाल ही में एक आतंकी संगठन से जुड़े एक ब्लॉग ने प्रधानमंत्री के पुनर्वास योजनाओं (Rehabilitation Plans) के तहत 56 कश्मीरी पंडित कर्मचारियों की सूची प्रकाशित की और उन पर हमलों की चेतावनी दी।
पुलिस ने कहा कि सूची के प्रसार के पीछे कौन था, इसका पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है। पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया (Social Media) पर अपलोड की गई सूची प्रामाणिक नहीं है। इसके पीछे दोषियों को पकड़ने के लिए जांच की जा रही है।