नोएडा : केंद्र सरकार अभी तक यह नहीं समझा पाई है कि नए कृषि कानूनों से किसानों को क्या लाभ होगा। यह कहना है राष्ट्रीय लोक दल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का।
चौधरी मथुरा के मांट इलाके में महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग पूछते हैं कि कानूनों में क्या गलत है, लेकिन मैं उनसे पूछता हूं कि कानूनों में क्या अच्छा है।
केंद्र सरकार अभी तक यह नहीं समझा पाई है कि नए कृषि कानूनों से किसानों का क्या भला होगा।’’ यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस महीने में नौवीं महापंचायत है।
राज्य भर में किसानों के साथ बैठकें कर रहे चौधरी ने दावा किया कि नए कानून किसानों की मदद करने के बजाए उन्हें‘‘तबाह’’ कर देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानून नहीं बना रही है। किसानों की फसलों को मिट्टी के भाव खरीदा जा रहा है।’
’ खासकर पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसान केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब 80 दिन से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
चौधरी ने केंद्र के खिलाफ बोलते हुए पेट्रोल, डीजल, उर्वरक, खाद और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों, उत्तर प्रदेश में बिजली बिल में वृद्धि और गन्ना किसानों के लंबित बकाए समेत कई मामलों पर सरकार पर निशाना साधा।