नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आजादी के ‘अमृतकाल’ में ‘गुलामी की मानसिकता’ से बाहर आने के क्रम में शनिवार को नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ कर दिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा, “स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर, राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यान को अमृत उद्यान के रूप में एक सामान्य नाम दिया है।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 29 जनवरी को उद्यान उत्सव (Garden Festival) का उद्घाटन करेंगी। इसके बाद 31 जनवरी से 26 मार्च तक अमृत उद्यान दो महीने के लिए आम जनता के लिए खुला रहेगा।
12 किस्म के ट्यूलिप सहित अन्य फूलों को देख सकेंगे
28 मार्च से 31 मार्च तक यह विशेष वर्ग के लिए खुलेगा इसमें 28 मार्च को किसान, 29 मार्च को दिव्यांग, 30 मार्च को रक्षा बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के कर्मियों के लिए और 31 मार्च को आदिवासी महिला एसएचजी (Tribal Women SHG) महिलाओं के लिए खुलेगा।
Online Booking कर लोग अमृत उद्यान में जाकर 12 किस्म के ट्यूलिप सहित अन्य फूलों को देख सकेंगे। सप्ताह में प्रत्येक सोमवार को यह बंद रहेगा। इसके अलावा 8 मार्च को होली के दिन भी बंद रहेगा।