रांची: राज्य सरकार जिस तरह सरकारी कर्मियों को वर्दी भत्ता देती है, ठीक उस प्रकार टाना भगत समुदाय के लोगों को सरकार वर्ष में एक बार वस्त्र के लिए दो हजार रुपये देगी।
यह नवनिर्मित भवन टाना भगत समुदाय को समर्पित करते हुए मुझे खुशी हो रही है। जिस अनुशासन से टाना भगत रहते हैं, ठीक उस प्रकार इस भवन को रखना है। इस भवन को सम्मान दें।
इसे अपने घर के समतुल्य रखें। ये बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कही। मुख्यमंत्री बनहोरा में टाना भगत अतिथि गृह के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
लोगों के खुशहाल जिंदगी के लिए प्रयासरत सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 वर्ष बाद ऐसी सरकार बनी है जो यहां के लोगों के सुख-दुःख से वाकिफ है। सरकार इस चिंता में लगी रहती है कि कैसे राज्यवासियों को अच्छी और खुशहाल जिंदगी मिले।
सरकार आश्वस्त करती है कि आने वाले दिनों में राज्यवासियों के विकास में बेहतर परिवर्तन आयेगा।
झारखण्ड का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। हमारे पूर्वजों ने संघर्ष किया। पीड़ा झेली।
अब जब जिम्मेदारी कंधों पर आई है तो उस संघर्ष का मतलब समझ में आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की बात सरकार तक आनी चाहिए। राज्य की जनता सरकार से अपनी बात नहीं कहेगी तो किससे कहेगी। आपके बीच आपकी सरकार है। अभी हमने चलना शुरू किया है।
पूरे साल हम सभी कोरोना संक्रमण में उलझे रहे। उस समय दलित, आदिवासी, गरीब और जरूरतमंदों के साथ आपका बेटा और झारखण्ड का मुख्यमंत्री खड़ा था।
टाना भगत समुदाय के लोगों को मिलेगी सुविधा
राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा बनहोरा में अतिथि गृह का निर्माण करीब दो करोड़ 73 लाख रुपये की लागत से हुआ है।
अतिथि गृह में 12 कमरे, दो हॉल व भवन आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। अतिथि गृह के निर्माण से अब टाना भगत समुदाय के लोगों को ठहरने एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित करने में सुविधा होगी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, अपर मुख्य सचिव श्री एल खिन्गायाते, विधायक बंधु तिर्की, उपायुक्त रांची, वरीय आरक्षी अधीक्षक रांची, गंगा टाना भगत व टाना भगत समुदाय के लोग उपस्थित थे।