रांची: राज्यपाल CP राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने कहा कि योग सदियों से किया जाता रहा है। इसकी जड़ें हमारी भारतीय विरासत (Indian Heritage) में गहरी हैं और यह अब वैश्विक बन गई है तथा इसे दुनिया भर में लाखों लोगों ने अपनाया है।
यह पूरे विश्व को भारत का एक अमूल्य उपहार है। राज्यपाल रविवार को IMA में इंडियन योग एसोसिएशन-झारखंड स्टेट चैप्टर (Indian Yoga Association-Jharkhand State Chapter) की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
योग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
राज्यपाल ने कहा कि योग केवल शारीरिक आसन या व्यायाम (Posture or Exercise) नहीं है, यह एक समग्र जीवनशैली है जो हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है, तनाव को कम करता है और विचारों में स्पष्टता लाता है।
इसे भावी पीढ़ियों तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने वैश्विक मंच पर योग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनके उल्लेखनीय पहल से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया तथा इससे पूरे विश्व में योग के प्रति जागरुकता में वृद्धि हुई।
दैनिक जीवन में शामिल करने का आह्वान किया
राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में बहुत से लोग मधुमेह और उच्च रक्तचाप (Diabetes and High Blood Pressure) से पीड़ित है, जो अन्य बीमारियों को भी जन्म देती है।
बदलते जीवनशैली के कारण युवाओं में भी विभिन्न व्याधियां देखने को मिल रही हैं। ऐसे में योग की महत्वपूर्ण भूमिका है, यह जीवन में अत्यंत लाभकारी है।
उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने का आह्वान किया। इसे अपनाकर लोग अपनी सेहत पर इसके गहन सकारात्मक प्रभाव (Positive impact) का अनुभव कर सकते हैं।