नई दिल्ली :देश में विश्वस्तरीय मानक की आवश्यकता पर बल देते हुए रेलमंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि सरकारी खरीद में कोई कचरा नहीं आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अच्छी क्वालिटी का माल भारत में भी बिकेगा और विदेशों में भी जाएगा।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, रेलवे और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की गवर्निग की वर्चुअल मीटिंग को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने राज्यों और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (उद्यमों) से किसी भी माल की सरकारी खरीद में भारतीय मानक ही तय करने की अपील की।
उन्होंने कहा, हमारे मानक विश्व से कम नहीं होने चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय मानक विश्वस्तरीय हो और अगर मानक निम्न स्तर का है, तो उसे अपग्रेड किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मानक उन्नत होंगे तो दुनिया के बाजारों से कचरा माल नहीं आएगा, जिसका फायदा घरेलू उद्योग को होगा।
हल्की क्वालिटी का माल बनाने पर रोक लगाने के निर्देश देते हुए केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा, अच्छी क्वालिटी व मानक का माल भारत में भी बिकेगा, सरकार को भी बिकेगा और विदेशों में भी जाएगा।
सरकारी खरीद में कोई कचरा नहीं जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने अपने दफ्तर को राज्यों सरकारों को एक चिट्ठी भेजने का निर्देश भी दिया, जिसमें सरकारी खरीद में भारतीय मानक तय करने की बात कही।
उन्होंने कहा, मुझे यह सुनकर प्रसन्नता हुई कि रेलवे अपने स्टैंडर्ड (मानक) को बीआईएस के साथ जोड़ रही है।
प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) की वन नेशन वन स्ट्रैंडर्ड की जो कल्पना है, उसको हमें साकार करना है और सफलतापूर्वक लागू करना है।
उन्होंने बैठक में मौजूद बीआईएस के महानिदेशक से कहा, जिस प्रकार रेलवे जुड़ रहा है, उसी प्रकार और भी जिस किसी के पास टेस्टिंग स्टैंडर्ड हैं, उसको भी बीआईएस के साथ जोड़ने के काम को गति दें।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा, हमने क्वोलिटी कंट्रोल ऑर्डर भी बढ़ाने का काम शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि मानक के हिसाब से माल बनाना अनिवार्य हो जाएगा, क्योंकि मानकों पर खड़ा उतरने वाला माल ही बाजार में बिकेगा।
उन्होंने कहा कि यह सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।