रांची: थाेड़े बड़े हाे जाओ, ड्राइविंग लाइसेंस बन जाने के बाद ही बाइक लेकर सड़क पर जाना। लेकिन प्रियांशु ने नहीं मानी पापा की बात और एक्सीडेंट में गंवा बैठा अपनी जान।
जी हां, कांके रोड स्थित राॅक गार्डेन के समीप एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले लालपुर के वर्द्धवान कंपाउंड निवासी प्रियांशु की कुछ यही कहानी है, जहां पापा की बात न मानकर उसने अपनी जान तो गंवा ही दी।
वहीं, अपने पापा-मम्मी को भी पूरी जिंदगी रोने के लिए छोड़ गया।
पापा के मना करने के बावजूद वह उनसे छुपकर अक्सर बाइक चलाता था।
मंगलवार काे भी बाइक में निकलने से पहले प्रियांशु ने अपनी मां से कहा था कि थाेड़ी देर में ही घर लाैट अाऊंगा। लेकिन अब घर में उसका शव लौटा है।
वहीं, परिजनाें काे विश्वास नहीं हाे रहा है कि उनके घर का लाडला अब इस दुनिया में नहीं रहा।
पीड़ित परिजनाें ने बताया कि प्रियांशु काफी मिलनसार व अनुशासित था। वह बाइक चलाने का शाैकीन था।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, मंगलवार काे बाइक में घर से निकलने के बाद प्रियांशु लाेअर वर्द्धवान कंपाउंड स्थित अपने मित्र प्रशांत के पास चला गया।
प्रशांत की मां भारती देवी एएसअाई के पद पर चतरा में कार्यरत हैं।
एेसे में प्रशांत भी अपने घर से प्रियांशु के साथ घूमने जाने के लिए तैयार हाे गया।
दाेनाें दाेस्त करमटाेली पहुंचे और वहां से विजय राज काे भी साथ में लिया अाैर एक ही बाइक पर तीनों पतरातू घाटी चले गए।
वहां से घर लाैटने के क्रम में कांके राेड स्थित राॅक गार्डेन के समीप दर्दनाक हादसे के शिकार हुए। इसमें प्रियांशु की मौत हो गई जबकि बाकी दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
वाहन चेकिंग अभियान पर उठे सवाल
इधर, 32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत नामकुम के खरसीदाग में डीटीओ प्रवीण प्रकाश ने जांच अभियान चलाया।
इस 188 छोटे-बड़े वाहनों के कागजात और ड्राइविंग लाइसेंस की जांच की गई।
25 वाहनों के कागजात पूरे नहीं होने के कारण कुल 2,19,900 रुपए का फाइन वसूला गया।
जबकि, कागजात नहीं होने के कारण 17 वाहनों को जब्त किया गया।
अभियान के दौरान दोपहिया वाहन चालक समेत पीछे बैठनेवाले को भी अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने की जानकारी दी गई।
वहीं, रोड सेफ्टी की टीम द्वारा मंगलवार को बिरसा चौक और जेपी मार्केट धुर्वा में जागरूकता वाहन के माध्यम से सड़क सुरक्षा से संबंधित पंपलेट बांटे गए।
लेकिन, बड़ा सवाल उठता है कि कांके रोड से पतरातू घाटी तक क्या अभियान चला? अगर चला तो ट्रिपल सवार इन युवकों को क्यों नहीं रोका गया, इसकी जांच होनी चाहिए।