गुमला: आदिवासी बहुल गुमला जिले में पिछले वर्ष रागी के आटे और लड्डू निर्माण (Dough and laddoos manufacturing) के बाद उसकी मांग और इससे होने वाले फायदे को देखते हुए उत्साहित JSLPS की महिला मंडल की महिलाओं ने अब दूसरे चरण में जोहार परियोजना के तहत रागी के बिस्किट, निमकी, भजिया और ठेकुआ बनाया है, जो स्वादिष्ट एवं पौष्टिकता से भरपूर है।
इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च (Indian Institute of Research) को यह उत्पाद भेज कर जांच कराने के बाद ही उक्त उत्पादों को लॉन्च किया है ताकि इस उत्पाद के साथ यह बताया जा सके कि निर्माण के बाद इसका कब तक यह कितने दिनों तक उपयोग किया जा सकता है। महिला मंडल की सदस्य नीलम देवी और भगवती देवी ने लड्डू निमकी और भजिया बनाने की विधि बताई।
18 मई को अल्बर्ट एक्का स्टेडियम के समीप रागी कैफे का भी उद्घाटन किया जाएगा
JSLPS DPM Shailendra Jaykar ने बताया कि महिलाओं द्वारा प्रति महीने लगभग 500 किलो प्रति उत्पाद के निर्माण करने की क्षमता है। रागी से निर्मित किसी भी उत्पाद में किसी भी प्रकार के रासायनिक चीजों का मिश्रण नहीं है। उन्होंने बताया कि 18 मई को अल्बर्ट एक्का स्टेडियम (Albert Ekka Stadium) के समीप रागी कैफे का भी उद्घाटन किया जाएगा।
इस दौरान SDO बसिया संजय PM कुजूर, प्रशिक्षु IAS आशीष गंगवार, सिविल सर्जन डॉ. राजू कच्छप के अलावा JSLPS के कर्मी एवं महिला मंडल की दीदियां मौजूद थीं।