गुमला: सिसई में एक नाबालिग छात्रा को बलपूर्वक अगवा कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किये जाने का एक मामला सामना आया है।
इस संबंध में सिसई पुलिस ने शनिवार को दुष्कर्म के आरोपित लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस मामले को रफा-दफा करने के लिए सिसई के बड़ा बाबू और आरोपितों के परिजनों द्वारा पीड़िता के पिता को अधिकतम चार लाख रूपये देने का प्रलोभन दिया गया था।
मगर पीड़िता के पिता ने यह कहते हुए कि मुझे न्याय चाहिए,पैसा नहीं। तब जाकर शुक्रवार की रात सिसई थाना में दुष्कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। तीनों आरोपित भी नाबालिग हैं।
जानकारी के अनुसार पीड़िता ने अपने बयान में कहा है कि वह नवीं कक्षा की छात्रा है। 30 सितंबर को वह अपनी सहेलियों के साथ घाघरा थाना क्षेत्र के कुहीपाट जामटोली गांव में लगे जतरा देखने गई थी। करीब पांच बजे वह जतरा से वापस घर लौट रही थी ।
इसी दौरान दो लड़के मोटरसाइकिल से आये और उसके घर मेहमान जाने की बात कर उससे मोटरसाइकिल में बैठा लिया। मोटरसाइकिल में बैठने के बाद वे लोग मुझे मेरे घर न ले जाकर दूसरे रास्ते ले जाने लगे।
वह विरोध करने लगी। तब पीछे बैठे युवक ने चुपचाप बैठने का चेतावनी देते हुए हल्ला नहीं करने को कहा । हल्ला करने पर जान से मार देने की धमकी दी ।
शाम के करीब छह बजे वे लोग उसे सिसई के महुआडीपा के पास लायें और दोनो ने जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ बारी बारी से दुष्कर्म किया।
कुछ देर बाद गांव के ही एक लड़के को फोन से बुलाया। उसने भी मेरे साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद वे लोग करीब दो बजे रात में फोन कर और लड़कों को बुला रहे थे ।
इसी दौरान वह किसी तरह वहां से भाग गयी। रात के तीन बजे सकरौली गांव पहुंची, जहां तीन चार घरों के दरवाजे खटखटाने पर एक अनजान व्यक्ति ने दरवाजा खोला ।
वह उसे सारी बात बताई तो उसने रात भर उसे अपने घर मे छिपा कर रखा। सुबह उसने उक्त घटना की सारी जानकारी सकरौली गांव के चौकीदार को दिया और पुलिस आकर मुझे थाना ले आई।
थाना से उसने पुलिस वालों को अपने परिजनों को घटना की सूचना देने को कहा । इसके बाद मेरे परिवार के लोग आये और उसने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दी।
इधर, पीड़िता के पिता ने कहा कि थाना के बड़ा बाबू एवं आरोपितों के परिजनों के द्वारा केस नहीं करने के लिए मुझे पर दबाव बनाया गया। मामले को रफादफा करने के लिए दो लाख से लेकर चार लाख तक देने की पेशकश की गयी ।
इस पर उन्होंने कहा कि मुझे रुपया नहीं, न्याय चाहिए। थानेदार रवि होनहागा ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म का मामला हुआ है। पैसा लेन-देन का मामला मेरे समक्ष नहीं आया है।
पीड़ित छात्रा के आवेदन पर केस दर्ज कर तीनो आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ में तीनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है ।